समग्र समाचार सेवा
बेंगलुरु,13 दिसंबर।
बेंगलुरु के मराठाहल्ली इलाके में रहने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस मामले में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा और भाई अनुराग पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो और 24 पन्नों की चिट्ठी छोड़ी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी निकिता और ससुराल वाले उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे। अतुल का कहना था कि निकिता और उसका परिवार 3 करोड़ रुपये के सेटलमेंट की मांग कर रहा था, साथ ही उनके बच्चे को दिखाने के लिए 30 लाख रुपये की शर्त रखी गई थी।
बेंगलुरु पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है। निकिता, निशा और अनुराग की तलाश में पुलिस की एक टीम जौनपुर भेजी गई है। जौनपुर पुलिस से भी इस मामले में मदद मांगी गई है, लेकिन खबर है कि ये तीनों अपने जौनपुर स्थित घर को छोड़कर फरार हो गए हैं।
अतुल सुभाष की मौत के बाद उनके माता-पिता और भाई बिहार के समस्तीपुर लौट गए हैं। उनके भाई विकास ने पुलिस में केस दर्ज कराया है। निकिता का पक्ष रखने वाले वकील विजय मिश्रा का कहना है कि अतुल से केवल गुजारा भत्ता के लिए मुकदमा चल रहा था। उनके अनुसार, यह समझ से बाहर है कि अतुल ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया।
बेंगलुरु पुलिस ने कहा है कि आरोपियों की तलाश के लिए यूपी पुलिस से भी सहयोग लिया जा रहा है। जौनपुर के एसपी अजयपाल शर्मा ने कहा कि यदि बेंगलुरु पुलिस मदद मांगती है तो वे सहयोग करने को तैयार हैं। वहीं, इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की जा रही है।
अतुल का मार्मिक वीडियो और उनकी चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे यह मामला और गंभीर हो गया है। पुलिस की एक टीम स्थिति का मूल्यांकन कर यह तय करेगी कि आरोपियों को हिरासत में लिया जाए या कानूनी नोटिस जारी किया जाए।
अतुल सुभाष के परिवार और समाज में इस घटना को लेकर शोक और आक्रोश है। लोग मांग कर रहे हैं कि इस मामले की गहराई से जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले।
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