सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट: विदेशी फंडों की निकासी और अमेरिकी बाजारों से कमजोर संकेत का असर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 नवम्बर।
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर से गिरावट देखी गई, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी। विदेशी फंडों की लगातार निकासी, आईटी शेयरों में बिकवाली और अमेरिकी बाजारों से कमजोर संकेतों ने भारतीय इक्विटी बेंचमार्क सूचकांकों को दबाव में डाल दिया। इस गिरावट का असर सोमवार के शुरुआती कारोबार में स्पष्ट रूप से देखा गया, जब सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही बड़ी गिरावट के साथ खुले।

शुरुआत में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

  • बीएसई सेंसेक्स सुबह 9:46 बजे तक 511 अंक गिरकर 77,058 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
  • निफ्टी 50 162 अंक गिरकर 23,370 के स्तर पर था।

यह गिरावट उस समय आई है, जब भारतीय बाजार विदेशी निवेशकों से लगातार पूंजी निकासी का सामना कर रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।

विदेशी फंडों की निकासी का असर

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा भारतीय बाजारों से लगातार निकासी की खबरों ने बाजार के निवेशकों को सतर्क कर दिया है।

  • पिछले कुछ सप्ताहों में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार से कई हजार करोड़ रुपये निकाले हैं, जिससे बाजार में तरलता की कमी और उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है।
  • इसके परिणामस्वरूप, निवेशकों की भावना कमजोर हुई है, जिससे शेयरों में बिकवाली का दबाव बढ़ा है।

आईटी शेयरों में बिकवाली

आईटी क्षेत्र के शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।

  • प्रमुख आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने बाजार के समग्र प्रदर्शन को प्रभावित किया है।
  • निवेशकों का मानना है कि आईटी कंपनियों के मुनाफे में स्थिरता कम हो सकती है, खासकर वैश्विक स्तर पर धीमी आर्थिक वृद्धि और अमेरिकी बाजारों के कमजोर संकेतों के बीच।

अमेरिकी बाजारों से कमजोर संकेत

अमेरिका के बाजारों से भी कमजोर संकेत मिल रहे हैं, जो भारतीय बाजारों के लिए नकारात्मक साबित हो रहे हैं।

  • अमेरिकी शेयर बाजारों में हाल के दिनों में गिरावट आई है, और निवेशकों को यह डर सता रहा है कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ सकता है।
  • वैश्विक मुद्रास्फीति, ब्याज दरों में वृद्धि और आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों ने अमेरिकी और अन्य विकसित बाजारों में निवेशकों को सतर्क कर दिया है।

सामान्य बाजार गतिविधि

  • भारतीय शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत में गिरावट आई, लेकिन अब भी कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में हल्की खरीदारी देखी जा रही है।
  • ऑटो, पेट्रोलियम और उद्योग क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में हल्की तेजी देखी गई है, जबकि बैंकिंग और उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र के शेयरों में गिरावट जारी रही।
  • निवेशक और विश्लेषक अब आने वाले दिनों में वैश्विक आर्थिक रुझानों और केंद्रीय बैंकों के फैसलों का इंतजार कर रहे हैं।

निष्कर्ष

सोमवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत काफी कमजोर रही, जो विदेशी निवेशकों की निकासी, अमेरिकी बाजारों से कमजोर संकेत और आईटी शेयरों में बिकवाली के कारण हुई।
“हालांकि बाजार में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन निवेशकों को आश्वस्त रहना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सही समय पर सही निवेश विकल्पों का चयन करें।”
अगले कुछ दिनों में बाजार का रुख वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और घरेलू बाजारों की स्थिति पर निर्भर करेगा।

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