समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अप्रैल। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा का आज स्थापना दिवस है। स्थापना दिवस को लेकर पार्टी की तरफ से कई तरह की तैयारियां की गई हैं। पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि स्थापना दिवस तीन वजहों से बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। पहला- देश की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। दूसरा कारण- तेजी से बदलती वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर। इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं। तीसरा कारण- कुछ समय पहले चार राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकार वापस लौट गई हैं। तीन दशकों बाद राज्यसभा में किसी पार्टी की संख्या 100 पर पहुंची है।
परिवारवाद को लेकर मोदी का निशाना
मोदी ने परिवारवाद को लेकर विरोधी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रनीति साथ साथ चलते हैं, लेकिन ये भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवारभक्ति की, और दूसरी है राष्ट्रभक्ति की। परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को भी कभी आगे नहीं बढ़ने दिया, उनके साथ हमेशा विश्वासघात किया है। आज हमें गर्व होना चाहिए कि आज भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो इस चुनौती से देश को सजग कर रही है, सतर्क कर रही है।
स्थापना दिवस के मौके पर भाजपा का कार्यक्रम
– भाजपा के सभी मंडलों, जिला कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाएगा। इस दौरान शोभायात्रा भी निकाली जाएगी।
– भाजपा के मुख्यमंत्री, मंत्री एवं विधायक विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
– सात से 20 अप्रैल तक पूरे देश में सामाजिक न्याय पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जिले और मंडलों तक ले जाने का काम करेंगे।
– 12 अप्रैल को टीकाकरण दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
– 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
– भाजपा ने विदेशी राजनयिकों को पार्टी मुख्यालय पर आमंत्रित किया है। उन्हें पार्टी के बारे में जानकारी दी जाएगी।
जनसंघ और भाजपा की विकास यात्रा पर एक छोटी डाक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी
जनसंघ और भाजपा की विकास यात्रा पर एक छोटी डाक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी। नेशन फर्स्ट के नाम से एक काफी टेबल बुक भी लांच किया जाएगा। भाजपा की यह कवायद इसलिए खास है, क्योंकि किसी पार्टी की ओर से पहली बार इस तरह की शुरुआत हुई है। दरअसल, भाजपा और केंद्र सरकार चाहती है कि विदेश में भी हर स्तर पर संवाद कायम हो। सरकारों के बीच भी बातचीत हो और खासकर पड़ोसी देशों के राजनीतिक दलों के साथ भी मंथन हो। बुधवार की मुलाकात में नड्डा के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, भाजपा उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा, विदेश विभाग के प्रभारी विजय चौथाईवाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी भी होंगे।
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