वित्तीय संस्थानों को महिला उद्यमियों के लिए ऋण तक पहुंच बढ़ाने के लिए महिला उद्यमियों के अनुकूल ऋण उत्पाद विकसित करने चाहिए: जीतन राम मांझी
जीतन राम मांझी ने महिला उद्यमियों से स्थायी व्यवसाय स्थापित करके सशक्त बनने का किया आह्वान
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 जुलाई। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने, ग्रामीण विकास मंत्रालय और महिला उद्यमिता मंच, के सहयोग से जयपुर के राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में महिला उद्यमियों के लिए पहला यशस्विनी जागरूकता अभियान आयोजित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने की और इस मौके पर एमएसएमई राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और राजस्थान के उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण कुमार विश्नोई भी उपस्थित थे। इस बैठक में राज्य सरकार, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, सिडबी, सीजीटीएमएसई, बैंक, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों आदि का प्रतिनिधित्व था। इस आयोजन में 650 से अधिक महिला उद्यमियों ने भाग लिया, जिनमें से अधिकांश अनौपचारिक क्षेत्र और स्वयं सहायता समूहों से थीं। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण उद्यम पंजीकरण, उद्यम सहायता मंच, पीएम विश्वकर्मा प्रारंभिक पंजीकरण आदि के लिए मौके पर ही पंजीकरण के लिए एजेंसियों द्वारा प्रदान की गई सहायता थी। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिला उद्यमियों ने इस मंत्रालय की पहलों और पंजीकरण में गहरी रुचि दिखाई।
इस अवसर पर बोलते हुए, माननीय केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सदियों से महिलाओं को घर और चूल्हे तक ही सीमित रखा गया है। वे अक्सर बिना वेतन काम करती हैं और उनके काम को मान्यता भी नहीं मिलती। लेकिन, अब ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां महिलाओं ने प्रवेश न किया हो। महिलाओं ने सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने राजस्थान की महिला उद्यमियों से एमओएमएसएमई की योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। राजस्थानी संस्कृति, पाक शैली और यहां के लोगों की कला और शिल्प सभी प्रसिद्ध हैं। जीतन मांझी ने उन महिलाओं की सफलता की कहानियों का हवाला दिया, जिन्होंने बहुत कम निवेश के साथ बहुत छोटे उद्यम शुरू किए और अब निर्यात कर रही हैं। ऐसी सफलता की कहानियां बहुत प्रेरणादायक हैं और उन्हें अन्य महिलाओं को स्थायी व्यवसाय स्थापित करके सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। मंत्री महोदय ने आगे कहा कि वित्तीय संस्थानों को महिला उद्यमियों के लिए ऋण तक पहुंच बढ़ाने के लिए महिला उद्यमियों के अनुकूल ऋण उत्पाद विकसित करने चाहिए।
स्वयं सहायता समूहों और अनौपचारिक क्षेत्र की बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए, एमएसएमई राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने भारतीय अर्थव्यवस्था में महिलाओं के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत में स्वयं सहायता समूह आंदोलन देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण आंदोलन रहा है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि महिलाएं कई काम करने में सक्षम हैं और वे वित्तीय अनुशासन बनाए रखती हैं। ये गुण उसे अपना उद्यम शुरू करने और प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है। केन्द्र सरकार की पहलों का उद्देश्य महिला उद्यमियों के सामने आने वाली चुनौतियों को संबोधित करना है, जैसे कि ऋण, बाजार और प्रौद्योगिकी तक पहुंच की कमी। मंत्री महोदया ने कहा कि महिला उद्यमिता भारत को विकसित भारत की ओर ले जाने की प्रेरक शक्ति है।
राजस्थान के उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री कृष्ण कुमार विश्नोई ने जयपुर में पहला यशस्विनी अभियान आयोजित करने के लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने औद्योगिक विकास, विशेषकर महिला उद्यमियों के लिए राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही पहलों पर पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर, डॉ. रंजीश, अपर सचिव एवं विकास आयुक्त, एमएसएमई, भारत सरकार भी बोले। इस कार्यक्रम में महिला उद्यमियों के लिए क्षमता निर्माण, ऋण और बाजार तक पहुंच को सुगम बनाने के लिए केन्द्र सरकार की पहलों पर तकनीकी सत्र भी शामिल थे। इस कार्यक्रम में उद्यम पंजीकरण, पीएम विश्वकर्मा, जीईएम आदि के लिए पंजीकरण कराने हेतु महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी। सिडबी, बैंक, केवीआईसी और एनएसआईसी द्वारा लगाए गए स्टॉलों ने सभी प्रतिभागियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
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