20 अगस्त को अकाली दल में शामिल होंगे तेजतर्रार नेता अनिल जोशी

समग्र समाचार सेवा
लुधियाना, 18अगस्त। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी से अकाली दल को गठबंधन तोड 11 महीने फिर से अब अकाली दल भाजपा में सेँध लगाने की जुगाड़ में है। जी हां अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर रहे है। बता दें कि भाजपा अभी तक प्रदेश की 23 सीटों पर चुनाव लड़ती आई है और वहां पर इनके प्रत्याशियों का जनता से काफी लगाव भी है। अब अकाली दल के पास ऐसे लोंगो की कमी जिसे पूरा करने के लिए सुखबीर तेजतर्रार हिन्दू चेहरों को ढूंढ रहे है। अकाली-भाजपा गठबंधन टूटने के पश्चात् जहां प्रदेश की राजनीति में यह चर्चा थी कि भाजपा अकाली दल के नेता तोडक़र 2022 विधानसभा चुनाव लड़ेगी किंतु किसान आंदोलन के कारण उल्टा होता प्रतीत हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, पंजाब के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता, अनिल जोशी 20 अगस्त को अकाली दल में शामिल होने जा रहे है। जोशी को जुलाई में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण भाजपा से 6 वर्षों तक के लिए निकालने से भाजपा का एक बड़ा वर्ग प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ हो गया है, अकाली दल में शामिल होने जा रहा है।

दिलचस्प बात यह है कि जोशी, जो अकाली-भाजपा सरकार में स्थानीय निकाय मंत्री थे, का अकाली दल से संबंध कोई ज्यादा अच्छा नहीं थे। 2015 में, मंत्री के रूप में जोशी ने तत्कालीन शिअद के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के शासन की तुलना औरंगजेब से की थी, जब उनके भाई पर तरनतारन में अकाली कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया था। किंतु जैसे कहा गया है कि राजनीति में कोई किसी का पक्का शत्रु नहीं होता, वहीं बात यहां चरितार्थ हो रही है। जोशी ने तो मीडिया में यहां तक कह दिया है कि ये अब गुजरें जमाने की बातें है। जब आप गठबंधन सरकार चलाते हैं तो ऐसी चीजें कभी-कभी होती है।

जानकारी के अनुसार, 20 अगस्त को अनिल जोशी के साथ भाजयुमो पंजाब के पूर्व अध्यक्ष मोहित गुप्ता, लुधियाना पश्चिमी से 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके कमल चेटली, लुधियाना के पूर्व डिप्टी मेयर आर.डी. शर्मा, नगर कौंसिल, सुजानपुर के पूर्व अध्यक्ष राज कुमार गुप्ता, नगर कौंसिल, फतेहगढ़ चूडिय़ां के पूर्व अध्यक्ष सुरिंद्र शिंदी, लुधियाना के पूर्व पार्षद मिंटू शर्मा अकाली दल का दामन थामेंगे।

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