समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 नवंबर। कोरोना वायरस का इलाज पूरी दुनिया खोज रही है. दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने कुछ वैक्सीन भी बनाई, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कुछ हद तक हमें कोविड-19 बीमारी से सुरक्षा देते हैं. लेकिन कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है. कोरोना के नए वेरिएंट को ओमिक्रोन नाम दिया गया है. इस वेरिएंट की पहचान दक्षिण अफ्रीका में की गई है. इजरायल बोत्सवाना और हांगकांग सहित कई अन्य देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे चिंताजनक कहा है. WHO ने रविवार को के डर से साए में जी रहे दुनियाभर के लोगों को इसके संबंध में कुछ नई जानकारियां दी हैं.
ओमिक्रोन के बारे में ये जानकारियां आपके लिए बेहद जरूरी हैं:
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार, प्रारंभिक साक्ष्य से पता चलता है कि जो लोग पहले ही कोरोना वायरस के किसी भी वेरिएंट से संक्रमित हो चुके हैं, उनमें Omicron से संक्रमण का खतरा ज्यादा हो सकता है. पूर्व में कोरोना से ठीक हो चुके लोगों के आसानी से Omicron से संक्रमित होने का खतरा है, ऐसे में अगर आप पहले कोरोना संक्रमित रहे हैं तो आपको बहुत ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है.
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि Omicron पहले के वेरिएंट (Delta, Alfa आदि) से ज्यादा संक्रामक है या नहीं. यानी अभी स्पष्ट तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि यह लोगों को तेजी से संक्रमित करेगा और इस बात को नकारा भी नहीं जा सकता. अच्छी बात यह है कि RTPCR टेस्ट के जरिए इस स्ट्रेन की पहचान हो सकती है.
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपने तकनीकी भागीदारों के साथ यह समझने की कोशिश कर रहा है कि इस वेरिएंट Omicron का वैक्सीन पर क्या असर पड़ता है. यानी अभी तक यह भी स्पष्टतौर पर नहीं कहा जा सकता है कि आपने जो वैक्सीन लगाई है वह इस स्ट्रेन के खिलाफ आपको सुरक्षा देगी भी या नहीं.
- अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि Omicron वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है. अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं है, जो यह स्पष्ट कर सके कि Omicron के लक्षण कोरोना वायरस (Omicron Symptoms) के अन्य वेरिएंट से अलग है या उससे मिलते-जुलते.
- शुरुआती डाटा के अनुसार दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. लेकिन यह कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण मरीजों की कुल संख्या में बढ़ोतरी के कारण भी हो सकती है. संभव है कि दक्षिण अफ्रीका में मरीजों की बढ़ती संख्या के पीछे Omicron वेरिएंट न हो. दक्षिण अफ्रीका के युवाओं में मिल रहे संक्रमण के मामलों में बहुत हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं, लेकिन Omicron संक्रमण की गंभीरता को समझने के लिए अभी कुछ और हफ्तों का समय लग सकता है.
Comments are closed.