41वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में राजस्थान के लोक कलाकारों ने मचाई धुम

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21नवंबर। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला के में एम्फी थियेटर पर राजस्थान के लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने ऐसा समा बांधा कि दर्शक मंत्रा मुग्ध हो गये।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि राजस्थान के प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह और आवासीय आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव ने किया । राजस्थान पर्यटन स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक श्री छत्रापाल यादव ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सहायक आवासीय आयुक्त श्री मनोज सिंह और सुश्री रिंकू मीना के साथ जनसंपर्क अधिकारी श्री शिवराम मीना भी उपस्थित थे।

दो घंटे से भी अधिक चले सांस्कृतिक कार्यक्रम में कालबेलियाँ नृत्य की प्रस्तुति बहुत आकर्षक रही। जोधपुर की श्रीमती मोरू सपेरा एवं उनके दल की नृत्यांगनाओं ने लोम हर्षक प्रस्तुति दी। उन्होंने अपने शरीर को रबर की गुड़ियां की तरह तोड़ मोड़कर गजब की लचक के साथ ऐसा अनूठा नृत्य प्रस्तुत किया कि दर्शक तालियां बजाने को मजबूर हो गये। नृत्यांगनाओं ने मुंह और आंखों की पलको से अंगूठी उठाकर भारी करतल ध्वनि अर्जित की।

एम्फी थियेटर पर मयूर नृत्य का रंग भी ऐसा जमा की दर्शक हर्ष घ्वनि किए बिना नहीं रहे। क्षेत्रा मंं लगे डीग (भरतपुर) से आये जितेन्द्र पराशर और दल ने ‘‘फूलों की होली से प्रगति मैदान को ‘ब्रजमय’ बना दिया।

सांस्कृतिक संध्या में भरतपुर के भपंग वादक गफरूद्दीन मेवाती ने भंपग वादन से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। जोधपुर के श्री रफीक खां ने अपने कार्यक्रम में खडताल वादन और पारंपरिक राजस्थानी गीतों से समा बांधा। दिल्ली के श्री अनीशुद्दीन एवं उनके दल ने ‘चरी नृत्य’ और श्री महावीर एंण्ड पार्टी ने ‘घूमर नृत्य’ और श्रीमती ममता देवी ने ‘चकरी नृत्य‘ और श्रीमती गंगा देवी ने ‘तेराताली नृत्य‘ प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

कार्यक्रम में रफीक खांलेरा ने केसरिया बालम की प्रस्तुति कर दर्शकों का मनोरंजन किया। कार्यक्रम के उद्घोषक अलवर के ही श्री खेमेन्द्र सिंह ने अपनी मधुर आवाज से कार्यक्रम का संचालन किया।

Comments are closed.