इतिहास में पहली बार जिला प्रशासन के साथ ‘जनता दरबार’ का आयोजन जिला मुख्यालय के बाहर लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करने के लिए किया जा रहा है: डॉ. जितेन्द्र सिंह
केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने हीरानगर में जिला प्रशासन व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ ‘जनता दरबार’ आयोजित किया, लोगों की समस्याएं सुनीं, जिला प्रशासन को मौके पर ही शीघ्र निपटान करने के निर्देश दिये
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 मार्च।केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज कहा कि शासन को लोगों के द्वार पर, अंतिम कतार में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संभव है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 2014 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से ही जिला प्रशासन के साथ ‘जनता दरबार’ के माध्यम से मौके पर लोगों के मुद्दों का समाधान करने के प्रयास करते रहे हैं। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कठुआ के जिला मुख्यालय के बाहर हीरानगर में आयोजित ‘जनता दरबार’ में ये बातें कहीं।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने जिला प्रशासन के साथ ‘जनता दरबार’ के दौरान कहा कि शासन को केवल जिला मुख्यालय तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता है और इस प्रचलन से हटना आवश्यक था जैसा कि कल रामनगर में और आज हीरानगर में जनता के मुद्दों को सीधे सुनने के मामले में किया गया है, जिससे कि जिला प्रशासन के साथ उनका मौके पर ही समाधान किया जा सके।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कतार में आखिरी आदमी तक विकास को पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के तहत जो सीमावर्ती जिले क्षेत्र पहले उपेक्षित थे, वे अब देश के लिए रोल मॉडल बन गए हैं। सबसे अच्छा उदाहरण सीमावर्ती जिला कठुआ का है जिसे अब देश में विकास और शासन का प्रतीक माना जाता है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि बीस वर्ष में पहली बार सैकड़ों एकड़ सीमा भूमि को खेती के तहत लाया गया, जिससे कठुआ में सीमावर्ती निवासियों के चेहरे पर खोई हुई मुस्कान वापस आई। यह वर्तमान सरकार के तहत ही संभव हो पाया है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर विश्वास करती है।
कठुआ में किए गए विभिन्न विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए, डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कठुआ को अब देश में विकास का रोल मॉडल माना जाता है क्योंकि उत्तर भारत का पहला बायोटेक पार्क, 40 वर्षों के बाद शाहपुर-कंडी परियोजना का पुनरुद्धार, उत्तर भारत का पहला केबल -स्थिर पुल अटल सेतु, कीरियां-गंड्याल में जम्मू-कश्मीर का पहला अंतर्राज्यीय पुल, कठुआ होते हुए दिल्ली से कटरा तक उत्तर भारत का पहला एक्सप्रेस रोड कॉरिडोर, लखनपुर-बनी-बसोहली-डोडा से छत्तरगला सुरंग के रास्ते नया राष्ट्रीय राजमार्ग, केन्द्रीय रूप से वित्तपोषित सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय, केन्द्रीय रूप से वित्तपोषित इंजीनियरिंग कॉलेज, डिग्री कॉलेज आदि के अतिरिक्त किसानों की आय दोगुनी करने में सहायता करने वाले मेगा क्विंटल बीज प्रसंस्करण संयंत्रों ने कठुआ को देश में विकास का प्रतीक बना दिया है।
बैठक के दौरान उपस्थित पीआरआई ने सांसद के रूप में डॉ. जितेन्द्र सिंह द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए किए गए कार्यों की सराहना की, चाहे वह कठुआ जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमावर्ती सड़कों का निर्माण हो, सीमावर्ती भूमि को खेती के तहत लाना हो, कठुआ जिले के माध्यम से राजमार्गों (एक्सप्रेस कॉरिडोर) का निर्माण हो, जिले में केन्द्रीय विद्यालयों, जीएमसी, डिग्री महाविद्यलयों की स्थापना हो, जेजेएम, ग्रामीण विकास, पीडब्ल्यूडी आदि के तहत किए गए विभिन्न कार्य हों।
‘जनता दरबार’ के दौरान, डॉ. जितेन्द्र सिंह ने दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे से संबंधित भूमि मुआवजे, सार्वजनिक सुविधा के लिए कुछ बिंदुओं पर क्रॉसिंग जैसे विभिन्न मुद्दों को तत्काल निपटाने पर जोर दिया। डॉ. सिंह ने जनता दरबार के दौरान उपस्थित एनएचएआई के शीर्ष अधिकारियों को एक्सप्रेस हाईवे पर काम में तेजी लाने और जनता द्वारा उठाए गए वास्तविक मुद्दों पर समयबद्ध तरीके से गौर करने का निर्देश दिया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अन्य लोगों में कठुआ के डीडीसी अध्यक्ष कर्नल महान सिंह, कठुआ के उपायुक्त राहुल पांडे, कठुआ के डीडीसी उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह बबलू, हीरानगर एमसी के अध्यक्ष एडीवी विजय शर्मा के अतिरिक्त बीडीसी, डीडीसी सदस्य, सरपंच और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल थे।
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