पूर्व महापौर सुश्री प्रीति अग्रवाल ने बादली क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे शराब के ठेकों को सील करवाया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 जनवरी। पूर्व महापौर सुश्री प्रीति अग्रवाल ने आज बादली औद्योगिक क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे शराब के ठेकों को सील करवाया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में अवैध रूप से शराब का ठेका चल रहा था जिसके कारण नागरिकों को काफ़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, जिसे देखते हुए निगम व पुलिस के सहयोग आज इस शराब के ठेके को सील करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि आज हमारा संघर्ष रंग लाया है और इस शराब के ठेके को सील करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने जगह जगह शराब के ठेके खोल दिए हैं जहाँ पर भीड़ लगी रहती है लोग कोरोना नियमों का पालन नहीं करते हैं, ट्रैफ़िक जाम रहता है व नागरिकों को अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इसके साथ ही पूर्व महापौर सुश्री प्रीति अग्रवाल ने केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली को शराब नगरी बनाने के विरोध में मधुबन चौक पर चक्का जाम किया। चक्का जाम के दौरान हज़ारों की संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। सुश्री प्रीति अग्रवाल ने दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के विरोध में मौर्या एंक्लेव थाने में गिरफ़्तारी भी दी। इसके बाद सुश्री प्रीति अग्रवाल ने शराब के ठेके पर विरोध प्रदर्शन करते हुए ठेके को बंद करवाया।
सुश्री प्रीति अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्ली को शराब की नगरी बनाने के लिए नई आबकारी नीति लेकर आयी है जिसके अंदर रिहायशी क्षेत्रों व अन्य स्थानों पर शराब के ठेके खोले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जहाँ एक और दिल्ली में पहले कुछ शराब के ठेके हुआ करते थे अब दिल्ली सरकार ने 900 से भी ज़्यादा नए शराब के ठेकों के लिए आवंटन किया है। जगह जगह शराब के ठेके खुलने से नागरिकों में दिल्ली सरकार के ख़िलाफ़ काफ़ी ग़ुस्सा भरा हुआ है जिसके लिए जगह जगह पर नागरिकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
सुश्री प्रीति अग्रवाल ने बताया कि एक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में नागरिकों को राज्य को नशा मुक्त बनाने का वादा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर वो दिल्ली को नशे की गर्त में झोंक देना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति से युवाओं पर काफ़ी बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने बताया कि यदि दिल्ली सरकार ने इन शराब के ठेकों को जल्द बंद नहीं किया तो अरे यार यह विरोध प्रदर्शन और बढ़ेंगे।
Comments are closed.