समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30सितंबर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नामांकन के लिए चुनावी प्रक्रिया का आज यानी शुक्रवार 30 सितंबर को अंतिम दिन है. इस अंतिम दिन झारखंड के पूर्व मंत्री के.एन. त्रिपाठी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. त्रिपाठी ने अपना नामांकन पत्र दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकार के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को सौंपा.
त्रिपाठी के अलावा राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अपने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं. ज्ञात हो कि त्रिपाठी कांग्रेस से जुड़े इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (त्रिपाठी गुट) के अध्यक्ष रहे हैं.
पूर्व मंत्री के.एन त्रिपाठी का नाम शामिल होने से झारखंड कांग्रेस में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही हैं. इस नामांकन पर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, उन्होंनेय ह भी कहा कि वे नामांकन के लिए स्वतंत्र हैं, उन्होंने जो फैसला लिया है, वह सोच-समझकर ही लिया होगा.
झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, जब नामांकन की छंटाई के बाद प्रक्रिया में आ जाएंगे, तब आगे का तय करेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है, इसलिए इसे राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में देखना होगा. इसमें झारखंड, पंजाब, बिहार करेंगे तो नहीं होगा. हम राष्ट्रीय पार्टी के लोग हैं और राष्ट्रीय सोच रखते हैं. लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर सभी को मिलता है.
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वर्तमान में झारखंड सरकार में मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि दावेदारी जताने के लिए हर कोई स्वतंत्र है, लेकिन सिर्फ नाम उछालने के लिए कोई काम नहीं होना चाहिए. कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा, पार्टी के अंदर लोकतंत्र है, इस लिए कोई खड़ा हो सकता है लेकिन ये चुनाव सिर्फ झारखंड के लिए नहीं है. कांग्रेस पार्टी के देश स्तर का चुनाव है, इसलिए देखा जाता है, वैसे लोग का चयन होता है जो देश के स्तर पर पार्टी को आगे चलाएं, जिनका राष्ट्रीय स्तर पर नाम हो, वही चुने जाएंगे.
कांग्रेस विधायक विधायक उमा शंकर अकेला ने कहा, सबको अधिकार है किसी राज्य से कोई भी कार्यकर्ता को अधिकार है, नामांकन करें ,उसी आधार पर झारखंड के स्तर से भी दावेदारी हो रही है। के.एन. त्रिपाठी आगे आए हैं. उधर राज्य में गठबंधन की सहयोगी जेएमएम कोटे के मंत्री इससे जुड़े मसले पर इतना ही कहते हैं कि ये कांग्रेस का आंतरिक मामला है.
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