समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 सितंबर: नवरात्रि के चौथे दिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मां कूष्मांडा के चरणों में प्रार्थना अर्पित की। अपने आधिकारिक सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर प्रधानमंत्री ने एक वीडियो साझा करते हुए देवी मां को प्रणाम किया और सभी भक्तों के कल्याण की कामना की।
प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में लिखा:
“नवरात्रि में आज देवी माता के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा को मेरा बारंबार प्रणाम! सूर्य के समान दैदीप्यमान देवी मां से प्रार्थना है कि वे अपने सभी भक्तों को संपन्नता और प्रसन्नता का आशीर्वाद दें। उनका दिव्य आलोक हर किसी के जीवन को प्रकाशित करे।”
नवरात्रि में आज देवी माता के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा को मेरा बारंबार प्रणाम! सूर्य के समान दैदीप्यमान देवी मां से प्रार्थना है कि वे अपने सभी भक्तों को संपन्नता और प्रसन्नता का आशीर्वाद दें। उनका दिव्य आलोक हर किसी के जीवन को प्रकाशित करे।https://t.co/vvhA2n5XLv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 25, 2025
मां कूष्मांडा का महत्व
- नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है।
- शास्त्रों के अनुसार, मां कूष्मांडा ब्रह्मांड की अधिष्ठात्री देवी हैं, जिनकी मुस्कान से सृष्टि की रचना हुई थी।
- उनकी उपासना से आयु, आरोग्य, ऐश्वर्य और प्रसन्नता की प्राप्ति होती है।
- भक्त मानते हैं कि मां कूष्मांडा अपने तेज से अंधकार को दूर करती हैं और जीवन को प्रकाश से भर देती हैं।
नवरात्रि और राष्ट्र का सांस्कृतिक उत्सव
प्रधानमंत्री मोदी अक्सर भारतीय परंपराओं और त्योहारों को अपने संदेशों के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाते हैं। नवरात्रि के अवसर पर उनका यह संदेश न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारतीय संस्कृति और अध्यात्म आज भी राष्ट्र के सामाजिक जीवन में गहराई से रचे-बसे हैं।
नवरात्रि का यह पावन पर्व भारतीय संस्कृति की विविधता और अध्यात्म की गहराई को उजागर करता है। प्रधानमंत्री मोदी का मां कूष्मांडा को नमन करना इस बात का प्रतीक है कि राष्ट्र का नेतृत्व भी भारतीय परंपरा और श्रद्धा से गहराई से जुड़ा हुआ है। उनके संदेश ने भक्तों में आस्था और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया है।
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