गांधीनगर जनसभा में पीएम मोदी का संकल्प: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब लोगों की ताकत से आगे बढ़ेगा, विदेशी उत्पादों का बहिष्कार करें

समग्र समाचार सेवा,

गांधीनगर (गुजरात), 27 मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए देशवासियों से आत्मनिर्भरता और राष्ट्रहित में आर्थिक निर्णय लेने की अपील की। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चा करते हुए कहा कि यह अभियान अब सेना की ताकत से आगे बढ़कर जनता की ताकत से आगे बढ़ेगा।

‘विदेशी सामान से मुक्ति जरूरी’

प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,

“अगर हम 2047 तक विकसित भारत बनाना चाहते हैं और अर्थव्यवस्था को चौथे से तीसरे स्थान पर ले जाना है, तो हमें विदेशी उत्पादों पर निर्भरता छोड़नी होगी।”

उन्होंने देश के व्यापारियों से आग्रह किया कि वे संकल्प लें कि वे चाहे जितना मुनाफा हो, विदेशी सामान नहीं बेचेंगे।
पीएम मोदी ने खास तौर पर गणेश मूर्तियों का उल्लेख करते हुए कहा,

“यह दुर्भाग्य है कि आज हमारे देश में गणेश की मूर्तियां भी विदेश से आती हैं। वह भी ऐसी मूर्तियां जिनकी आंखें तक ठीक से खुली नहीं होतीं।”

प्रधानमंत्री ने आम नागरिकों से आग्रह किया कि वे घर लौटकर 24 घंटे में कितने विदेशी उत्पादों का उपयोग करते हैं, इसकी सूची बनाएं।

सिंधु जल संधि पर जताई चिंता

जनसभा में पीएम मोदी ने 1960 की सिंधु जल संधि को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि इस संधि में भारत के हितों की अनदेखी की गई थी।

“इस संधि के तहत जम्मू-कश्मीर में बने बांधों से गाद तक निकालने की अनुमति नहीं थी। 60 साल तक इन बांधों के गेट कभी नहीं खोले गए, जिससे जलाशय अपनी क्षमता का केवल 2-3% उपयोग कर पा रहे हैं।”

पीएम मोदी ने बताया कि अब सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है और भारत ने अपने बांधों की क्षमता बढ़ानी शुरू कर दी है, जिससे पाकिस्तान में घबराहट है।

आतंकवाद और 1947 की ऐतिहासिक भूल का जिक्र

प्रधानमंत्री ने कश्मीर में आतंकवाद पर बात करते हुए कहा कि

“यह प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि प्रत्यक्ष युद्ध रणनीति है।”
उन्होंने कहा कि अगर 1947 में ही पाकिस्तान के भेजे गए मुजाहिदीनों को खत्म कर दिया गया होता, तो आज यह स्थिति नहीं होती।

पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल का जिक्र करते हुए कहा कि

“पटेल चाहते थे कि सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस ले, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई।”

भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर आत्मविश्वास

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में 11वें स्थान पर थी, लेकिन आज यह चौथे स्थान पर पहुंच चुकी है। उन्होंने भरोसा जताया कि देशवासी अगर संकल्प लें, तो तीसरा स्थान भी दूर नहीं।

मुख्य बातें संक्षेप में:

  • ऑपरेशन सिंदूर अब “जनता की शक्ति” से आगे बढ़ेगा
  • विदेशी सामान के बहिष्कार की अपील
  • गणेश मूर्तियों का विदेश से आना बताया शर्मनाक
  • सिंधु जल संधि को बताया एकतरफा और भारत विरोधी
  • बांधों की क्षमता बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू
  • आतंकवाद को बताया युद्ध का हिस्सा
  • भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

 

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