राम नवमी शोभायात्रा में गूंजे गंगा मैया के जयकारे, सतना में सेवा न्यास का गंगाजल वितरण अभियान रहा आकर्षण का केंद्र
सतना, 15 अप्रैल 2025 -।राम नवमी के पावन अवसर पर पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास, सतना द्वारा आयोजित गंगाजल वितरण अभियान ने नगरवासियों के बीच विशेष आकर्षण और आस्था का वातावरण बना दिया। सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र के नेतृत्व में यह अभियान उन श्रद्धालुओं के लिए आरंभ किया गया जो प्रयागराज महाकुंभ 2025 में गंगा स्नान नहीं कर पाएंगे। इस अभियान के अंतर्गत महाकुंभ प्रयागराज संगम से लाया गया पवित्र गंगाजल घर-घर वितरित किया गया।
सेवा न्यास की बहनों ने अमृत कलश लेकर शोभायात्रा में सहभागिता की, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और अधिक बढ़ गया। नगर के प्रतिष्ठानों और घरों पर गंगाजल के अमृत कलश का पूजन कर लोगों ने इसे पवित्र प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। नगर की गलियों और चौराहों पर “हर हर गंगे” और “गंगा मैया की जय” के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
नगर निगम सतना के महापौर योगेश ताम्रकार ने इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि, “सेवा न्यास का यह प्रयास समाज उत्थान की दिशा में अनुकरणीय है। गंगाजल वितरण से लोगों में भक्ति भावना जागृत हुई है और समाज में समरसता का संदेश भी गया है।” उन्होंने अन्य समाजसेवियों से भी ऐसे प्रयासों से प्रेरणा लेकरसामाजिक कार्यों में सहभागिता करने का आह्वान किया।
शोभायात्रा में सेवा न्यास द्वारा प्रस्तुत प्रयागराज महाकुंभ की झांकी— दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ, चलता फिरता मुफ्त अस्पताल और ग्रीन एम्बुलेंस— भी लोगों के बीच चर्चा और प्रेरणा का केंद्र बनी रहीं। न्यास के वरिष्ठ सदस्य श्री मणिकांत माहेश्वरी ने बताया कि यह झांकियाँ सामाजिक जागरूकता और सेवा भावना का जीवंत प्रतीक हैं। उन्होंने डॉ. राकेश मिश्र के नवाचारपूर्ण कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि शहर में वे लगातार नए प्रयोग कर समाजहित में योगदान दे रहे हैं।
डॉ. राकेश मिश्र ने बताया कि “हमारा उद्देश्य केवल धार्मिक ही नहीं, सामाजिक और मानवीय मूल्यों की स्थापना करना है। हर व्यक्ति तक गंगाजल पहुंचाकर हम उस पवित्रता का अनुभव बांटना चाहते हैं, जो महाकुंभ में जाकर प्राप्त होती है।”
राम नवमी के इस शुभ अवसर पर आयोजित यह शोभायात्रा सतना नगर के लिए एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन के रूप में याद की जाएगी, जिसमें सेवा, श्रद्धा और समर्पण के अद्भुत संगम ने हर हृदय को छू लिया।
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