51 साल से साथ रहे गुलाम नबी आजाद ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, सोनिया गांधी को लिखा 5 पेज का पत्र

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26अगस्त। देश में एक के बाद एक कांग्रेस के दिग्गज कांग्रेस का हाथ छोड़ते जा रहे है ऐसा लगता है कि पार्टी की नईया अब डूबने वाली ही है। जी हां जहां अभी एक तरफ कांग्रेस में पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव होना बाकी है वहीं कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी को हाथ एक झटके में छोड़ दिया। हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पार्टी के अहम पद से भी इस्तीफा दिया था।
बता दें कि 2020 में ही उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें संगठन स्तर पर बड़े बदलाव की मांग की गई थी।
जिसके बाद आज फाइनली अपनी मांग को पूरा ना होते देख आजाद ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने इस संबंध में सोनिया को पांच पन्नों का लैटर भी भेजा है। उन्होंने पत्र में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व पर बड़े सवाल उठाए हैं। इस दौरान उन्होंने खासतौर पर ‘जनवरी 2013’ का जिक्र किया है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के दौरान वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए थे।

बता दें कि हाल ही में उन्होंने कैंपेन कमेटी के चेयरमैन और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के राजनीतिक मामलों की समिति से इस्तीफा दे दिया था। खास बात है कि G-23 समूह के सदस्य आजाद ने पार्टी से लंबे समय से नाराज चल रहे थे। उन्हें राज्यसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी ने नजरअंदाज कर दिया था। बहरहाल, वरिष्ठ नेता की तरफ से उठाए गए इस कदम ने राजनीतिक जानकारों के हैरानी में डाल दिया है।

आजाद से एक दिन पहले ही कांग्रेस के युवा प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उनसे पहले आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश की संचालन समिति छोड़ दी थी। हालांकि, 2022 में कांग्रेस से हार्दिक पटेल, सुनील जाखड़ समेत कई बड़े नाम राहें अलग कर चुके हैं।

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