गोवा में मतदाता सूची अपडेट: एसआईआर की गणना शुरू
चुनाव आयोग ने घर-घर जाकर सत्यापन अभियान शुरू किया, पहली बार मतदान करने वाले और विशेष वर्गों पर विशेष ध्यान
-
गोवा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और लक्षद्वीप में एसआईआर की गणना शुरू।
-
घर-घर जाकर सत्यापन, नए मतदाताओं की पहचान और अपात्र प्रविष्टियों को हटाना मुख्य उद्देश्य।
-
पहली बार मतदान करने वाले, महिलाएँ, वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन विशेष ध्यान में।
-
ऑनलाइन और सुविधा केंद्रों के माध्यम से फॉर्म जमा करने की सुविधा भी उपलब्ध।
समग्र समाचार सेवा
गोवा, 17 दिसंबर: गोवा में मतदाता सूची अपडेट करने के लिए चुनाव आयोग ने विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) की गणना शुरू कर दी है। इस अभियान का उद्देश्य घर-घर जाकर व्यापक सत्यापन करना है, जिससे मतदाताओं के विवरण को अद्यतन किया जा सके, नए योग्य मतदाताओं की पहचान हो और अपात्र प्रविष्टियों को सूची से हटाया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि यह कदम आगामी चुनावों से पहले सटीकता, समावेशिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
इस प्रक्रिया में बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) प्रत्येक घर का दौरा कर मौजूदा मतदाताओं की जानकारी की पुष्टि कर रहे हैं। साथ ही, वे उन नागरिकों से जानकारी एकत्र कर रहे हैं जो अभी तक पंजीकृत नहीं हैं लेकिन मतदान के लिए पात्र हैं। अभियान का विशेष ध्यान पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और प्रवासी आबादी पर है, ताकि कोई भी पात्र मतदाता लोकतांत्रिक प्रक्रिया से वंचित न रहे।
अधिकारियों ने बताया कि एसआईआर प्रक्रिया में मतदाता सूची में नाम, पता, आयु और तस्वीरों से संबंधित त्रुटियों को सुधारने का काम किया जा रहा है। डुप्लिकेट प्रविष्टियों और स्थानांतरित मतदाताओं के विवरण को सूची से हटाना भी इस अभियान का हिस्सा है। मतदाताओं से अनुरोध किया गया है कि वे बीएलओ के साथ सहयोग करें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ सही जानकारी प्रदान करें।
नागरिक ऑनलाइन पोर्टल या निर्धारित सुविधा केंद्रों के माध्यम से भी फॉर्म जमा कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया में तेजी आएगी और अधिक लोगों को समय पर पंजीकरण कराने का अवसर मिलेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने कहा कि यह अभियान भारतीय निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार संचालित हो रहा है, जिसमें समय-सीमा और प्रक्रियात्मक सुरक्षा उपायों का पालन किया जा रहा है। प्रत्येक जिले और निर्वाचन क्षेत्र में निगरानी और शिकायत निवारण के लिए पर्यवेक्षी तंत्र स्थापित किया गया है।
राजनीतिक दलों को मतदाताओं की सहायता करने और गणना के दौरान किसी भी प्रकार की विसंगति उजागर करने के लिए बूथ स्तर पर एजेंट नियुक्त करने की सलाह दी गई है। इस तरह, एसआईआर प्रक्रिया गोवा मतदाता सूची अपडेट को सुनिश्चित करने के साथ-साथ लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को भी मजबूत करेगी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.