समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पारसी नववर्ष नवरोज़ के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और पारसी समुदाय के निरंतर योगदान की सराहना की। इस मौके पर उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा,
“पारसी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं! हम सभी को अपने राष्ट्र के लिए पारसियों के निरंतर योगदान पर गर्व है। यह वर्ष सभी के लिए सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए। नवरोज़ मुबारक!”
Warm wishes on the commencement of the Parsi New Year! We are all proud of the enduring contributions of Parsis to our nation. May this year bring happiness, prosperity and good health to all. Navroz Mubarak!
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2025
पारसी समुदाय की विरासत पर गर्व
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में विशेष रूप से उल्लेख किया कि पारसी समुदाय ने हमेशा भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। चाहे उद्योग जगत हो, विज्ञान, कला या परोपकार का क्षेत्र, पारसी समाज ने अपनी मेहनत, ईमानदारी और प्रगतिशील सोच से हमेशा देश का गौरव बढ़ाया है।
भारत में पारसी समाज की जनसंख्या भले ही सीमित हो, लेकिन उनकी भूमिका और योगदान अनुपम है। टाटा, गोदरेज, वाडिया और पेटिट जैसे अनेक नाम आज भी भारत के औद्योगिक और सामाजिक इतिहास के गौरवपूर्ण अध्याय का हिस्सा हैं।
नवरोज़ का महत्व
नवरोज़, जिसे ज़ोरास्ट्रियन कैलेंडर के अनुसार नए साल के रूप में मनाया जाता है, केवल एक धार्मिक पर्व ही नहीं बल्कि संस्कृति, नवीनीकरण और उत्सव का प्रतीक है। इस दिन पारसी परिवार विशेष व्यंजन बनाते हैं, घरों को सजाते हैं और दुआ-प्रार्थनाओं के साथ नए साल का स्वागत करते हैं।
भारतीय बहुलता में नवरोज़ का पर्व “विविधता में एकता” की झलक भी प्रस्तुत करता है। हर धर्म और समुदाय का अपना महत्व है और वही भारत की असली शक्ति है।
सरकार और समुदाय के बीच संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर पारसी समाज के योगदान का उल्लेख किया है। “जल से जल” अभियान हो या “पारसी पंचायत” की पहल, केंद्र सरकार ने इस छोटे लेकिन प्रभावशाली समुदाय के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए हैं।
विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रधानमंत्री के नवरोज़ संदेश से न केवल पारसी समुदाय बल्कि पूरे देश में एकता और समरसता का संदेश गया है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया और राजनीतिक मायने
जहाँ बीजेपी नेताओं ने प्रधानमंत्री के संदेश की सराहना की, वहीं विपक्षी दलों ने इसे सिर्फ एक औपचारिकता करार दिया। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी का यह संदेश भारत की उस सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करता है जिसमें हर समुदाय और धर्म का सम्मान है।
नवरोज़ केवल पारसी समाज के लिए नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए नवीनीकरण और नए उत्साह का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संदेश एक बार फिर याद दिलाता है कि भारत की शक्ति उसकी विविधता और सभी समुदायों के योगदान में निहित है।
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