सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा इथेनॉल की खरीद के तंत्र को दी मंजूरी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 नवंबर। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1 दिसंबर 2021 से 30 नवंबर 2022 तक ईएसवाई 2021-22 के दौरान आगामी चीनी मौसम 2021-22 के लिए ईबीपी कार्यक्रम के तहत विभिन्न गन्ना आधारित कच्चे माल से प्राप्त उच्च इथेनॉल की कीमतों को तय करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने एथनॉल की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। इस कदम से गन्ना किसानों को फायदा होगा और इससे पारंपरिक पेट्रोलियम उत्पादों के साथ एथनॉल का ज्यादा मिश्रण भी हो सकता है।

सी हैवी शीरे से एथनॉल की कीमत 45.69 रुपये से बढ़ाकर 46.66 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है, जबकि बी हैवी शीरे के लिए इसे 57.61 रुपये से बढ़ाकर 59.08 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। गन्ने के रस, चीनी या चीनी की चाशनी से एथनॉल की कीमत 62.65 रुपये से बढ़ाकर 63.45 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। कैबिनेट के अनुसार, प्रोग्राम के तहत जीएसटी और परिवहन शुल्क देय होगा और सार्वजनिक क्षेत्र के तेल उद्यमों को 2G एथनॉल का मूल्य निर्धारण करने की स्वतंत्रता होगी।

एथनॉल मिश्रित पेट्रोल प्रोग्राम से पर्यावरण को लाभ होगा और एथनॉल आपूर्तिकर्ताओं के लिए मूल्य स्थिरता और लाभकारी मूल्य प्रदान करेगा। यह देश में उन्नत जैव ईंधन रिफाइनरियों की स्थापना और गन्ना किसानों के लंबित बकाया को कम करने की सुविधा प्रदान करेगा। इतना ही नहीं, प्रोग्राम के तहत कच्चे तेल (crude oil) के आयात पर निर्भरता भी कम होगा और विदेशी मुद्रा में बचत होगी।

Comments are closed.