समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12 फरवरी। देश की न्यूक्लियर पावर कैपेसिटी 8 साल में 40% बढ़ी है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में इसकी जानकारी दी. सिंह ने बताया कि भारत की न्यूक्लियर पावर कैपेसिटी में 2014 के बाद बड़ा उछाल आया, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने. 2013-14 में एनुअल न्यूक्लियर पावर जनरेशन 35,333 मिलियन यूनिट था, 2021-22 में यह 47,112 मिलियन यूनिट पहुंच गया. साढ़े 8 साल में यह लगभग 30 से 40% बढ़ा है.
मंत्री ने कहा- मोदी सरकार के आने से पहले देश में सिर्फ 22 रिएक्टर थे. 2017 में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने 1.05 करोड़ रुपए की लागत और 7,000 मेगा वाट की कुल क्षमता वाले 11 स्वदेशी हैवी वाटर रिएक्टर्स की अनुमति दी.
उन्होंने आगे कहा कि स्पेस डिपार्टमेंट के लिए प्राइवेट सेक्टर को खोला गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के न्यूक्लियर प्रोग्राम को बढ़ाने के लिए संयुक्त उपक्रम को सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने की भी अनुमति दी।।
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