समग्र समाचार सेवा
रायपुर, 14अप्रैल। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
राज्यपाल ने कहा कि भगवान महावीर ने विश्व कल्याण के लिए सत्य, अहिंसा, अस्तेय, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य का संदेश दिया। उन्होंने समाज में व्याप्त अंधविश्वासों, आडम्बरों और कुरीतियों को समाप्त करने पर जोर दिया। भगवान महावीर के सिद्धांत और उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। उनके जीवन से हमें अनुशासन, तप और संयम की शिक्षा मिलती है। भगवान महावीर का अहिंसा का दर्शन विश्व से हिंसा व आतंकवाद समाप्त कर शांति और सद्भाव स्थापना का सन्देश देता है। राज्यपाल सुश्री उइके ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि भगवान महावीर के संदेशों को अपने व्यावहारिक जीवन में उतारें तथा शांति व सद्भाव के साथ अपने आपसी रिश्तों को मजबूत बनाएं।
राज्यपाल सुश्री उइके ने बैसाखी की दी शुभकामनाएं
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने बैसाखी पर्व के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि बैसाखी का त्यौहार हमारे देश की समृद्धशाली कृषि परम्परा और संस्कृति का परिचायक है। यह त्यौहार हमें सुख-समृद्धि और एकता का संदेश देता है। सिख पंथ के गुरू गोविंद सिंह जी ने इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना भी की थी। उनका जीवन हमें त्याग और बलिदान की प्रेरणा देता है। राज्यपाल ने इस पावन पर्व पर सभी प्रदेशवासियों की खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना की है। उन्होंने प्रदेशवासियों से बैसाखी का पर्व मिलजुलकर आपसी सौहार्द और सद्भाव के साथ मनाने की अपील की है।
राज्यपाल ने अम्बेडकर जयंती पर दी शुभकामनाएं
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने सभी प्रदेशवासियों को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर बधाई देते हुए कहा कि समाज के शोषित, दलित और पिछड़े वर्गों के लिए बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने अतुलनीय संघर्ष किया। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाज में सबको समान अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। राज्यपाल ने कहा कि हम सबको डॉ. अम्बेडकर के विचारों का अनुसरण करते हुए भेदभाव को दूर कर समतामूलक समाज की स्थापना के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
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