उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण के साथ ही शोध को अधिक से अधिक बढ़ावा दें: सुश्री उइके
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के 10वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित वेबिनार में राज्यपाल हुई शामिल
समग्र समाचार सेवा
रायपुर, 27 जून। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के 10वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित वेबिनार में शामिल हुई। उन्होंने इस अवसर पर अपनी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने स्थापना के पश्चात अनेक उत्कृष्ट कार्य किए हैं तथा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य उच्च शिक्षा के मानदण्डों को बनाए रखने के साथ-साथ समाज में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना होता है। इसके लिए विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण बनाए रखें तथा शोध को अधिक से अधिक बढ़ावा दें। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक शोध पत्रिका कन्हार का विमोचन किया तथा संशोधित प्रतीक चिन्ह एवं संशोधित कुल गीत का भी लोकार्पण किया। साथ ही विश्वविद्यालय का कम्प्यूटर साइंस विभाग सूचना प्रौद्योगिकी की नवीन तकनीक एवं भविष्य की संभावनाएं विषय पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख विषय-विशेषज्ञों की सेवा लेते हुए एक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के आयोजन का शुभारंभ किया।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा 12वीं स्टेट्स प्राप्त होने पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को 12 (बी) मिलने के पश्चात केन्द्र सरकार में विभिन्न कार्यों हेतु अनुदान प्राप्त हो सकेगा, जिससे विश्वविद्यालय का विकास होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य विश्वविद्यालय को अपने संपूर्ण स्वरूप में आने में कई दशक लग जाते हैं। लेकिन जिस तरह विश्वविद्यालय ने इन दस वर्षों में अनेक उल्लेखनीय कार्य किये हैं, उससे मुझे पूरा विश्वास है कि विश्वविद्यालय जल्द ही एक संपूर्ण आकार लेते हुए राज्य ही नहीं वरन देश विदेशों में भी एक विशिष्ट पहचान बनायेगा। राज्यपाल ने उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पृथक रायगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विशेष प्रयास किए। उनके अथक प्रयास से पृथक विश्वविद्यालय स्थापित हो पाया।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विश्वविद्यालय रूसा तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विभिन्न योजनाओं के तहत फंड प्राप्त करने में पीछे रह जा रहे हैं, हमें इसके लिए प्रयास करना होगा। इसके लिए हर विश्वविद्यालय को एक नोडल एजेंसी बनाकर कार्य करना होगा। इसके लिए पूर्व में मेरे द्वारा निर्देश दिया गया था। इस पर तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि कि अन्य राज्यों में नई शिक्षा नीति को लेकर कुछ कार्य योजना बनाई गई है उसके लिए पाठ्यक्रम भी बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ में भी नई शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार किया जाए ताकि नई शिक्षा नीति को जल्द से जल्द लागू किया जाए।
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने संस्कृति शिक्षा एवं समाज विषय पर अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि देश एवं देश की संस्कृति से बड़ा कोई विचार नहीं हो सकता। उन्होंने शिक्षा में विस्तार देने की आवश्यकता बताई। उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने स्थापना दिवस पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही युवा कल्याण व खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार उत्कृष्ट कार्य किये जा रहे हैं। सरकार सभी के शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर जी.डी. शर्मा एवं डॉ. संजय अलंग को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक, छात्र-छात्राएं, सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी तथा कोरोना काल में अच्छी रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार को सम्मानित किया गया। इस वेबिनार में उच्च शिक्षा सचिव श्री धनंजय देवांगन एवं विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने भी अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर कुल सचिव श्री सुधीर शर्मा, विश्वविद्यालय के प्राध्यापक गण सहित छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
Comments are closed.