राज्यपाल उइके ने नगर पालिक निगम की सामान्य सभा में पहुंचकर कर रचा इतिहास, कहा-जनआकांक्षाओं का रखा जाए ध्यान
समग्र समाचार सेवा
रायपुर, 15 मार्च। राज्यपाल अनुसुईया उइके आज रायपुर नगर पालिक निगम की सामान्य सभा में शामिल हुई। महापौर व सभापति प्रमोद दुबे सहित पार्षदों ने राज्यपाल उइके का आत्मीय स्वागत किया। राज्यपाल उइके को महापौर ने सामान्य सभा में प्रस्तुत किए जाने वाले बजट की प्रतीकात्मक प्रति भेंट की। भारत के इतिहास में यह ऐसा पहला मौका है कि जब कोई राज्यपाल नगर निगम की सामान्य सभा में शामिल हुआ हो। इस अवसर पर नगर निगम की सामान्य सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल उइके ने पार्षदों का आह्वान किया कि जनआकांक्षाओं के अनुरूप कार्य करें और जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहें।
आप सभी पार्षद जनता की आवाज हैं
आप सभी पार्षद जनता की आवाज हैं तथा आमजनों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करना आपकी जिम्मेदारी भी है। आपके आचार-विचार और संस्कार में अहंकार न हो। सतत् रूप से अपने क्षेत्र का भ्रमण कर लोगों से अपने कामों का फीडबैक भी लें, ताकि लोग क्या चाहते हैं, इसकी आपको जानकारी रहे। उइके ने कहा कि नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतें लोकतंत्र की प्राथमिक शाला है। यहां निर्वाचित होकर पहुंचे जनप्रतिनिधियों का लोकतंत्र व संसदीय कार्यप्रणाली से पहली बार परिचय होता है। इस सदन में मेरा पहला अनुभव है।
महाविद्यालय की राजनीति से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला
लोकसभा, राज्यसभा व विधानसभा की तरह यहां भी पक्ष-विपक्ष के सवाल-जवाब होते हैं, प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण के लिए समय निर्धारित है। निश्चित ही रायपुर को स्वच्छ, सुंदर और स्मार्ट सिटी बनाने में सदन की भूमिका महत्वपूर्ण रही होगी। उन्होंने कहा कि मैं नगरीय निकायों व ग्राम पंचायतों के निर्वाचित पदों पर नहीं रही, किन्तु महाविद्यालय की राजनीति से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। आप सब भी इस सदन से निरंतर सीखते होंगे जो आपके भावी राजनीतिक जीवन में मददगार होगा। नगरीय निकाय के सदन से निकलकर लोग अनेक महत्वपूर्ण पदों पर आसीन हैं।
विधायक, सांसदों ने भी अपने सफर की शुरूआत इसी सदन से की
झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस कभी इस सदन के सदस्य रहे। अनेक विधायक, सांसदों ने भी अपने सफर की शुरूआत इसी सदन से की है। आप जितना अच्छा काम करेंगे तो लोगों का स्नेह व सम्मान उतना ही अधिक मिलेगा और आप अपने भावी राजनीतिक जीवन में नई ऊंचाईयों पर पहुंचेंगे। राज्यपाल उइके ने कहा कि मैं विभिन्न पदों पर रहते हुए देश के अनेक राज्यों का भ्रमण किया, किन्तु छत्तीसगढ़ में मेरे कार्यकाल के ढाई साल कैसे बीते, यह पता ही नहीं चला।
निगम द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों को सराहा
राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में रायपुर शहर में निगम द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों सहित विवेकानंद सरोवर, तेलीबांधा तालाब सौंदर्यीकरण और नालंदा लाइब्रेरी, पिंक टॉयलेट जैसी पहल की सराहना की। इस दौरान महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे और आयुक्त नगर निगम प्रभात मलिक ने भी सभा को संबोधित किया। राज्यपाल उइके को महापौर एजाज ढेबर ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
राजभवन में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर शुरू
राजभवन में आज राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राजभवन के अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया। इस दौरान उइके ने स्वयं अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया। शिविर में बड़ी संख्या में कर्मचारियों एवं उनके परिजनों ने भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया। उइके ने राजभवन के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि वे सभी लोग इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाएं। इस शिविर में डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के पैथोलॉजी, नेत्ररोग, दंत रोग, त्वचा रोग, अस्थि रोग, शिशु रोग और स्त्री रोग विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो, उपसचिव दीपक अग्रवाल, नियंत्रक हरवंश मिरी, राजभवन के चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीति मंगरूलकर, डॉ. रूपल पुरोहित, डॉ. शिशिर साहू सहित राजभवन के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का राज्यपाल को निमंत्रण
राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा के कुलपति प्रोफेसर अशोक सिंह ने मुलाकात की। आगामी 25 मार्च को आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह के लिए उन्होंने राज्यपाल सह कुलाधिपति उइके को आमंत्रित किया। उल्लेखनीय है कि दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल सहित उपाधियां प्रदाय की जाएगी।
तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी का शुभारंभ
राज्यपाल अनुसुईया उइके आज कलेक्ट्रेट परिसर स्थित टाउन हॉल में साधना कला संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कला सह छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंची। इस दौरान राज्यपाल ने भगवान गणेश की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन तथा माल्यार्पण कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने टाउन हॉल में लगाये गए साधना ढांढ के कलाकृतियों का अवलोकन किया और उनकी सराहना की। राज्यपाल उइके ने कलाप्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा कि साधना जी पिछले 40 वर्षों से कला की साधना कर रही है। इनकी कलाकृतियां मंत्रमुग्ध करने वाली है, फूल पत्तियों द्वारा बनाये गए भगवान गणेश के अमूर्त छायाचित्र आकर्षक है। उन्होंने कहा कि साधना ढांढ ने अपनी कल्पना और भावनाओं को जिस प्रकार से चित्रों में उकेरा वह मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। इस अवसर पर रेरा के अध्यक्ष विवेक ढांढ, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा उपस्थित थे।
रायपुर नगर निगम के महापौर व सभापति ने राज्यपाल से की मुलाकात
उइके से आज यहां राजभवन में रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर तथा सभापति प्रमोद दुबे ने मुलाकात की। राज्यपाल उइके को आगामी 15 मार्च को आयोजित होने वाले सामान्य सभा में शामिल होने हेतु महापौर ढेबर तथा सभापति दुबे ने आमंत्रित किया। इस दौरान राज्यपाल ने उत्सुकता से नगर निगम के सामान्य सभा के संचालन की प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने सामान्य सभा की बैठक में शामिल होने हेतु अपनी सहमति भी दी। 70 पार्षद व 11 एल्डरमेन वाली रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक 15 मार्च को होगी।
जनजातीय सुरक्षा मंच का प्रतिनिधिमण्डल भी राज्यपाल से मिला
राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में जनजातीय सुरक्षा मंच के जिला संयोजक गुरूप्रसाद ध्रुवे के नेतृत्व में छिंदवाड़ा से आए प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल से प्रतिनिधिमण्डल ने जनजातीय कल्याण एवं समस्याओं से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर दुर्गेश सलामे एवं सरिता सलामे उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ की बेटियां अपनी प्रतिभा से दुनिया को कर रहीं चकित: उइके
राज्यपाल ने कहा कि जो काम छत्तीसगढ़ की बेटियां कर रही हैं उनकी प्रशंसा करने के लिए मेरे पास शब्द कम हैं। तीजनबाई ने अपनी पंडवानी से देशदुनिया में हमारा नाम रोशन किया। फूलबासन जिस तरह से केबीसी में अमिताभ बच्चन के समक्ष आई तो उनका आत्मविश्वास देखते ही बनता था। मैंने भी अपने जीवन में लोकसेवा का निर्णय लिया, परेशानियां बहुत आई लेकिन अंततः सफलता मिली। यह संदेश बैकुंठधाम मंदिर समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय महिला जागृति सम्मेलन में राज्यपाल अनुसुईया उइके ने दी। उन्होंने कहा कि जब भी कोई बहन सार्वजनिक क्षेत्र में आगे बढ़ती है तो उसे बहुत परेशानी होती है लेकिन पूरे समर्पण और हौसले से संकल्पबद्ध कार्य किया जाए तो सफलता सुनिश्चित है। जब बेटियां आगे बढ़ती हैं तो कुछ लोग उनका रास्ता रोकने का प्रयास करते हैं लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जो बेटियों को आगे बढ़ाने में मदद करती हैं।
अच्छी सोच के लोगों से मार्गदर्शन लें
राज्यपाल ने कहा कि अच्छी सोच के लोगों से मार्गदर्शन लें। आपको हमेशा सफलता मिलेगी। इस अवसर पर उन्होंने 36 महिलाओं को सम्मानित किया। उन्होंने अपने जीवन का अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब वे पढ़ाई कर रही थी तब ऐसा समय था जब बेटियों की पढ़ाई को हतोत्साहित किया जाता था। मैंने निर्णय लिया था कि लोकसेवा में आगे बढ़ना है जनता के लिए कार्य करना है। मैंने पढ़ाई करने का निर्णय लिया। छात्र राजनीति में गई और लगातार मेहनत करती रही। 26 साल में विधायक बनी और आज आपके बीच राज्यपाल हूँ। मैं आप सभी से कहना चाहती हूं कि बेटियां किसी भी मुकाम को हासिल कर सकती हैं।
महिलाओं ने अपनी क्षमता का हर क्षेत्र में मनवाया लोहा
आज हर क्षेत्र में चाहे वो कला का हो, विज्ञान का हो या शिक्षा का हो, राजनीति हो। महिलाएं सर्वोत्तम रूप से सफलता से अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। जब बहनें किसी भी क्षेत्र में काम करती हैं तो कई तरह की विध्न, बाधाएं आती हैं। इसके बावजूद भी घर संभालने के साथ जब वे किसी जिम्मेदारी को संभालती है तो हम समझ सकते हैं कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक सामर्थ्यवान है। इसलिए हमें बेटियों के प्रति अपनी मानसिकता को बदलना होगा। यदि घर वाले बेटियों को हौसला दें तो उसका हौसला दुगना हो जाता है। इस अवसर पर सांसद श्री विजय बघेल ने कहा कि टीचर बताते हैं कि लड़कियां ज्यादा हैं। रिजल्ट में भी लड़कियां आगे रहती हैं। हर क्षेत्र में महिलाएं अग्रणी हैं। इसे देखकर बहुत अच्छा लगता है। इस मौके पर राज्यपाल ने मंदिर परिसर में भगवान महादेव, मां दुर्गा, पवन पुत्र हनुमान और शनि देव एवं अन्य देवी-देवताओं के दर्शन भी किये।
कई सम्मानित हस्तियां रहीं मौजूद
इस अवसर पर पद्मविभूषण तीजन बाई, महापौर शशि सिन्हा, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव, पद्मश्री राधेश्याम बारले, रिसाली नगर निगम सभापति केशव बंछोर मौजूद थे। राज्यपाल ने 36 महिलाओं को इस अवसर पर नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया। समिति की संयोजक अमृता बारले ने उन्हें छत्तीसगढ़ के परंपरागत गहने भेंट किये। कार्यक्रम के आयोजक राधेश्याम बारले ने उन्हें गौरमुकुट व नांगर भेंट किया। राज्यपाल ने बताया कि एक बार बस्तर के सल्फीपदर से 40 बहनें उनसे मिलने राजभवन आईं। बहनों ने बताया कि वो जंगल की सुरक्षा करती हैं और कालीमिर्च की फसल भी लेती हैं। मैंने उनके उद्यम के लिए तारीफ की और इस गांव को गोद लेने का निर्णय किया।
अनुसुईया उइके ने सिंधी समाज के ‘‘सेवा पखवाड़ा‘‘ का उद्घाटन किया
रायपुर के मैक कॉलेज के सभागार में सिंधी समाज द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल अनुसुईया उइके ने सिंधी समाज के ‘‘सेवा पखवाड़ा‘‘ युवा विकास एवं स्वास्थ्य जागरूकता संबंधी कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि आज हमारे युवा दिशाहीन हो रहे हैं। देश के विकास में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह का कार्यक्रम निश्चय ही युवाओं का मार्गदर्शन करेगा। सिंधी युवा विंग द्वारा की गई यह पहल अनुकरणीय है। स्वास्थ्य पर बोलते हुए उइके ने कहा कि यदि हमारा समाज स्वस्थ रहेगा तभी हमारा देश तरक्की करेगा। आजकल युवा सही राहों से भटककर नशा, दुर्व्यसन जैसे बुरे कर्मों में लिप्त हो अपनी स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो गये है। आज आवश्यक है कि उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाए।
हमें हमेशा निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करनी चाहिए
उइके ने आगे कहा कि जिन लोगों के मन में मानवीय संवेदना होती है उनकी मदद भगवान करता है। इसलिए हमें हमेशा निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करनी चाहिए। सेवा पखवाड़ा में सिंधी समाज द्वारा समाज सेवा के लिए किए जा रहे कार्य निश्चय ही प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज के विकास के लिए अतिआवश्यक हैं। इसके लिए उन्होंने सिंधी समाज को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम के अवसर पर श्रद्धेय संत सांईलाल दास, पूर्व विधायक चंद सुंदरानी, सिंधी समाज के युवा विंग के अध्यक्ष अमिन चिमनानी तथा सिंधी समाज के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।
राज्यपाल से राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष सुश्री शहजादी ने की भेंट
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष सुश्री सैयद शहजादी ने सौजन्य मुलाकात की। राज्यपाल ने सुश्री शहजादी को शुभकामनाएं दी तथा छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा निर्मित स्मृति चिन्ह एवं शाल भेंट की। इस दौरान राज्यपाल सुश्री उइके ने अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की और उनके लिए संचालित योजनाओं की जानकारी ली। आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष सुश्री शहजादी ने राज्यपाल को अपने पदीय दायित्वों एवं कार्यों से अवगत कराया।
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