गिरिराज सिंह का महागठबंधन पर प्रहार: कहा – ‘नमक हरामों’ के वोट नहीं चाहिए

समग्र समाचार सेवा
अरवल, बिहार, 19 अक्टूबर: आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल गरमा गया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को अरवल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की रैली में विपक्षी महागठबंधन पर तीखा हमला बोला और मुसलमानों पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को “नमक हरामों के वोट नहीं चाहिए।”

गिरिराज सिंह ने अरवल विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन रैली में भाषण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का लाभ हर वर्ग को मिला है, लेकिन विपक्ष ने केवल नारों और झूठे वादों की राजनीति की। उन्होंने कहा,

“मैंने एक मुस्लिम भाई से पूछा, क्या तुम्हें आयुष्मान कार्ड मिला? उन्होंने कहा हां। क्या इसमें हिंदू-मुसलमान का कोई भेद था? उन्होंने कहा नहीं। मैंने पूछा, क्या तुमने हमें वोट दिया? उन्होंने कहा नहीं। मैंने कहा, फिर मैं ऐसे नमक हरामों के वोट नहीं चाहता।”

इस बयान ने तुरंत राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। विपक्षी दलों और नेताओं ने गिरिराज सिंह पर भाषा की मर्यादा लांघने का आरोप लगाया। स्वतंत्र सांसद पप्पू यादव ने कहा, “गिरिराज सिंह को इतिहास याद रखना चाहिए कि असली देशद्रोहियों ने आज़ादी के समय किसका साथ दिया था। उन्हें अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए।”

वहीं शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,

“अगर कोई आपको वोट नहीं देता, तो क्या वो सब नमक हराम हैं? हिंदू राज्यों में भी बीजेपी को वोट नहीं मिला। क्या आप उन्हें भी नमक हराम कहेंगे? प्रधानमंत्री मोदी को ऐसे मंत्री को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करना चाहिए।”

इसके बावजूद गिरिराज सिंह ने अपने भाषण में विकास और सुरक्षा के मुद्दे पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में NDA सरकार के कार्यकाल में सड़कों, बिजली और कानून-व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है।

“आज बिहार की सड़कें बदली हैं। पहले गाड़ियों के टायर तीन महीने में घिस जाते थे, अब तीन साल चलते हैं। यह नया बिहार है, बदला हुआ बिहार है,” उन्होंने कहा।

महिलाओं की सुरक्षा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब राज्य में बेटियां रात में भी निडर होकर घर लौट सकती हैं। “बिहार की बहन-बेटियों की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है, NDA सरकार ने उनका विश्वास लौटाया है,” सिंह ने कहा।

महागठबंधन पर प्रहार जारी रखते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि विपक्ष “दिल के टुकड़े हज़ार हुए” की स्थिति में है।

“उनका गठबंधन अब ठगबंधन बन चुका है। वे एक-दूसरे को धोखा दे रहे हैं। न नेता है, न नेतृत्व। जनता तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं करती,” उन्होंने कहा।

सिंह ने दावा किया कि इस बार बिहार में NDA ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा। उन्होंने कहा, “2010 में जब जेडीयू और बीजेपी ने साथ मिलकर 206 सीटें जीती थीं, इस बार हम उससे भी आगे जाएंगे।”

बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में — 6 और 11 नवंबर 2025 को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। जैसे-जैसे तारीखें नजदीक आ रही हैं, सियासी बयानबाज़ी और तीखी होती जा रही है, और गिरिराज सिंह का यह बयान अब नई राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है।
बिहार चुनाव 2025 से पहले गिरिराज सिंह के “नमक हराम” बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। जहां बीजेपी इसे विपक्ष पर सटीक हमला बता रही है, वहीं विपक्षी दल इसे समाज को बांटने की कोशिश करार दे रहे हैं। अब देखना होगा कि यह बयान वोटरों के बीच बीजेपी के लिए कितना फायदेमंद या नुकसानदेह साबित होता है।

 

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