समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4अगस्त। वियतनाम यूनेस्को संघ और ग्लोबल ट्रेड और टेक्नोलॉजी परिषद (भारत) ने संयुक्त रूप से 3 अगस्त, 2023 को वेलकमहोटल बाय आईटीसी, द्वारका, नई दिल्ली में वियतनाम-भारत आर्थिक और सांस्कृतिक आयोजना का आयोजन किया। यह आयोजन दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखता है।
इस कार्यक्रम में वियतनाम से 100 से अधिक उच्च स्तरीय प्रतिनिधियों का सम्मान किया गया, जिन्हें वियतनाम दूतावास के व्यापार काउंसलर का समर्थन मिला। आयोजन में रोसी अहलुवालिया द्वारा संचालित एक भारतीय सांस्कृतिक फैशन शो आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय परंपरागत वस्त्रों की भव्यता का प्रदर्शन किया गया। साथ ही, विभिन्न भारतीय नृत्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रकट किया।
इस आयोजन पर उपस्थित प्रतिनिधियों ने वियतनाम-भारत संबंधों में उभरती हुई सार्थक प्रगति को संबोधित किया, जो 50 से अधिक वर्षों के संपूर्ण सामर्थ्यपूर्ण सामर्थ्य साझेदारी के अनुसार विकसित हो रहा है। दोनों राष्ट्रों के बीच कुशल सहयोग की नई स्तर की ओर यह एक मुहीम है, जिसका ध्येय “शांति, समृद्धि और जनता के एक सामान्य दृष्टिकोण” के अनुसार है। इस विकास में सात मुख्य स्तंभों के माध्यम से यह प्रदर्शित किया गया है: राजनीतिक संबंध, रक्षा और सुरक्षा साझेदारी, आर्थिक साझेदारी, विकास संबंध, तकनीकी सहयोग, लोग-से-लोग अदला-बदली और सांस्कृतिक अदला-बदली, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग।
इवेंट में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में वियतनाम व्यापार काउंसलर श्री बुई त्रुंग थुअंग और यूनेस्को एशिया प्रशांत संघ के उपाध्यक्ष श्री
त्रान वान मान शामिल थे। भारतीय पक्ष से, श्री गौरव गुप्ता, ग्लोबल ट्रेड और टेक्नोलॉजी परिषद (भारत) के अध्यक्ष, और वियतनाम-भारत एजेंसियों और इकाइयों के नेता और अधिकारियों के साथ भी उपस्थित थे।
श्री त्रान वान मान ने आयोजन की शुरुआती भाषण दिया, जिसमें उन्होंने वियतनाम और भारत के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों के महत्व को प्राथमिकता दी। इसके बाद, डॉ. गौरव गुप्ता ने भारत और वियतनाम के बीच वाणिज्यिक और तकनीकी सहयोग को और बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता का व्यक्तिगत रूप से व्यक्त किया।
आयोजन के तहत, जीटीटीसीआई के सदस्य गर्व से “मेड इन इंडिया” उत्पादों का प्रदर्शन किया गया, जिससे भारत के व्यापारिक और तकनीकी क्षेत्र की क्षमता और संशोधन का प्रदर्शन किया गया।
इवेंट में एक सम्मानना समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें एशिया प्रशांत क्षेत्र के श्रेष्ठ ज्ञानियों, वैज्ञानिकों, सामाजिक क्रियाकलापियों, उद्यमियों, व्यापार और ब्रांड को सम्मानित किया गया, जो विश्वस्तरीय मूल्यवानता को वियतनाम-भारत के लिए स्थापित कर रहे हैं। इस सम्मानना में डॉ. रश्मि सालूजा, डॉ. उपासना अरोड़ा, श्री धीरज धर गुप्ता, डॉ. राम कैलाश गुप्ता, श्री घनश्याम ज़वेरी, श्री विनय शर्मा, डॉ. पवन कंसल, डॉ. पियूष द्विवेदी, श्री मुनीश मिश्रा, और श्रीमती पियेनल वांखडे शामिल थे।
वियतनाम-भारत आर्थिक और सांस्कृतिक आयोजना में पूर्व दिल्ली पुलिस कमिश्नर श्री राकेश अस्थाना सहित जीटीटीसीआई के सदस्य और सहयोगी भी नजर आए, जिनमें डॉ. परमीत सिंग चधा, श्री संजय अग्रवाल, श्री जितेन्द्र चावला, श्री शुभम गुप्ता, श्री उमेश अग्रवाल, श्रीमती प्रियंका सचदेवा, श्रीमती नेहा तलवार, श्री सुमित गोयल, और श्री शांतनु शुक्ला शामिल थे।
यह आयोजन संबंधों को मजबूत करने और दोनों राष्ट्रों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी साझेदारी को बढ़ाने म
एक महत्वपूर्ण अंकित घटना थी। वियतनाम और भारत दोनों इस प्लेटफ़ॉर्म पर आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हैं, ताकि एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य के लिए आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके।
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