समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 14 जुलाई। युवा संकल्प फाउंडेशन और देवल्या पुजारी परिषद ने शहर के विभिन्न हिस्सों में “गुरु पूर्णिमा” और “व्यास पूजा” मनाया। बुधवार को पूरे चंडीगढ़ में 52 अलग-अलग जगहों और मंदिरों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
भारत के पूर्व सांसद और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल सत्य पाल जैन ने सेक्टर 18 मंदिर में मुख्य कार्यक्रम की अध्यक्षता की। श्री जैन ने श्रोताओं को बताया कि “गुरु-शिष्य” परंपरा भारतीय सांस्कृतिक विरासत की नींव है और भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां हर साल गुरु पूर्णिमा पर गुरु और शिक्षक की पूजा की जाती है। श्री जैन ने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति दुनिया में सबसे पुरानी है, जिसमें गुरु को भगवान के रूप में पूजा जाता है।
श्री के अनुसार युवा संकल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष दवेश मौदगिल और श्री. देवल्य पुजारी परिषद के अध्यक्ष लाल बहादुर दुबे ने आज चंडीगढ़ में लगभग 52 स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ कर “गुरु पूर्णिमा” मनाने का कार्यक्रम के अलावा लोगों को गुरु के महत्व के साथ-साथ “गुरु शिष्य” परंपरा के बारे में जागरूक करने का काम किया।
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