गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।
पवन कुमार बंसल।
भाई साहिब क्यों मजाक करते हो -आप तो महकमे के हो -आप के सहारे ही तो जिन्दा है ?
गुरुग्राम पुलिस द्वारा एम जी रोड पर छापा मार स्पॉ की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़।
थाईलैंड सहित बिहार ,यूँ पी और बंगाल की अठारह युवतिया ग्रिफ्तार।
इन दोनों शीर्षकों का आपस में कोई सम्ब्नध नहीं है। एक कल गुरुग्राम में हुआ और दूसरा दो दशक पहले रोहतक में हुआ।
गुरुग्राम का किस्सा तो आज अखबारों में छपा है और रोहतक का किस्सा एक आला पुलिस अफसर जो उन दिनों रोहतक में तैनात था ने सुनाया।
पहले चर्चा रोहतक की। पुलिस ने होटलो में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए एक पोलिसकर्मी को डिकॉय यानि फर्जी ग्राहक बना एक “बहनजी” के पास भेजा और उसने अपनी फरमाइश रखी। जब उसने रेट पूछा तो ‘बहनजी’ के जवाब से उस पोलिसकर्मी के होश उड़ गए।” बहनजी ”
बोली ‘भाई साहब क्यों मजाक करते हो -आप तो महकमे के हो -आप के दम पर तो जिन्दा है -आप से पैसे लेकर मरना है क्या ?
“गुस्ताखी माफ़ हरियाणा ” की जाँच में पता चला है की अब तो रोहतक भी इस मामले में गुरुग्राम के बराबर आ रहा है। धंधा चलता रहता है। यदा -कदा पुलिस कार्रवाई करती रहती है। अखबारों में सुर्खियां बनती रहती है। गुरुग्राम में दिल्ली और अन्य जगहों से प्रतिरात मोटे अनुमान के अनुसार करीब पांच हजार युवतियां रोज गुरुग्राम आती है। गुरुग्राम का एम जी रोड तो वो जगह है जहा देर रात कोई इज्जतदार आदमी तो क्या सादे कपड़ो में कोई पुलिस अफसर भी अपने परिवार के साथ नहीं जा सकता? कोई फिल्म निर्माता हिम्मत करके डॉक्यूमेंट्री बनाये तो बॉलीवुड तो क्या हॉलीवुड को भी मात कर देगी?
Comments are closed.