गुस्ताखी माफ हरियाणा।

पवन कुमार बंसल।

गुस्ताखी माफ हरियाणा।

*एक बंगाली बाबू पर मेहरबान मनोहर लाल

नियमों को एक तरफ रख एक के बाद एक पद से नवाजा अब राज्यपाल बनने की लाइन में। शीघ्र ही हाजिर हो रहे है। एक सूखी रोटी दाल के साथ मूकी मार के प्याज के साथ खाकर आधा घंटे की झपकी मार कर पाठकों के दरबार मे हाजिर हो रहा हू।झपकी इसलिए जरूरी की कल रात दस बजे सोकर सुबह तीन बजे उठ गया था ।

बंगाली बाबू पर मेहरबान मनोहर लाल,  एक के बाद एक सवैंधानिक पद , अब गवर्नर बन अट्ठा लगाने के तैयारी में।

बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी से बेशक मनोहर लाल और उनके गुरु मोदी जी नाराज हो। लेकिन एक बंगाली बाबू पर
दोनों ही मेहरबान है। वो है बंगाल काडर के आई पी एस अफसर जनाब रंजीत कुमार पंचननदा। जनाब मनोहर लाल ने उन पर पहली कृपा बरसाई और उन्हें हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन का चेयरमैन बना दिया.. वहा उनके कामकाज से मनोहर लाल खुश हो गए। जनाब का कार्यकाल खतम हो गया।

कोई बात नहीं जब राजा मेहरबान हो तो फिर सब कुछ होगा। तमाम विरोध और संवैधानिक परम्परा को ताक में रख उन्हें हरयाण स्टेट रेगुलेटरी
इलेक्ट्रिसिटी का चेयरमैन बना दिया। सविंधान का आर्टिकल ३१९ कहता है की पब्लिक सर्विस कमिसन का मेंबर , रिटायरमेंट के बाद कमिसन का चेयरमैन अथवा यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन का मेमबर अथवा चेयरमैन तो बन सकता है लेकिन किसी और ऑटोनोमस बॉडी का चेयरमैन नहीं। उनकी नियुक्ति का विरोध हुआ। हरियाणा के पूर्व एडवोकेट जनरल , कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ,इनेलो नेता अभय चोटाला और कारण दलाल ने एतराज किया लेकिन यह तो राजा की पसंद थी. सुनते थे की राजे रजवाड़ो का राज गया और अब तो डेमोक्रेसी है। लेकिन आज के चीफ मिनिस्टर भी तो राजे रजवाड़े है। बीच का तरीक़ा निकाला गया और एक सरकारी वकील से राय ली गयी जिसने लिख दिया की कोई एतराज नहीं हो सकता। वो वकील भी पंजाब से आया है।

अब किसी ने इस नियुक्ति के खिलाफ अदालत में रिट कर दी। वहा लम्बी तारीखे लेते रहे और आखिर में उस रिट का क्या हुआ राम जाने ?
अपने बन्दे लगाने के लिए काफी कर्मचारियों को झूठे आरोप लगा कर नौकरी से निकाला। फिर नौकरियों के लिए विज्ञापन दिया ताकि अपने बन्दे लगा सके। पांच हज़ार एप्लीकेशन आ गयी। उमीदवारो ने विधायकों और मंत्रियों के कपडे फाड़ने शरू कर दिए और आखिर वो रद कर दी गयी.

अब गवर्नर की लाइन में।
गुस्ताखी माफ़ को उड़ते उड़ते भनक लगी है की अब जनाब को किसी प्रदेश का महामहिम लगाया जा रहा है। मोदी की सुरक्षा से जुड़े एक काफी ताकतवर पुलिस अफसर का आशीर्वाद भी जनाब पंचनंदा को है। । जनाब को नियुक्ति की अग्रिम मुबारिक।

*खट्टर साहिब दो लाख का मुआवजा नहीं – दम है तो गुरुग्राम के जाने माने बिल्डर की कंपनी के निदेशकों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करवाओ.

वैसे में फिजूल की बात कर रहा हूँ. – किसी भी बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करने की आपकी हिम्मत ही नहीं।
बिल्डर तोआपकी गोद में खेलते है – आप में तो इतनी नैतिकता भी नहीं की मरने वाले बच्चो के परिवरियों को सांत्वना दे देते।

गुरुग्राम में एक जाने माने बिल्डर के साइट पर वर्षा के पानी से बने तालाब में डूबने से गरीब मजदूरों के छह बच्चे मर गए।
जनाब मनोहर लाल ने उनके परिवारियों को दो दो लाख देकर पल्ला झाड़ लिया। जनाब अगर आप में दम है तो पुलिस कमिश्नर गुरुग्राम को आदेश देकर बिल्डरो के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करवाओ। मनोहर लाल जी आप मुकदमा दर्ज करवाओ , दो दो लाख तो अपनी नेक कमाई की बचत से दे दूंगा।

सुना है की गुरुग्राम के सब डिविज़नल मजिस्ट्रेट रविंदर यादव जाँच कर रहे है। जाँच में तो लीपा पोती ही होगी। मनोहर लाल जी जहा बिल्डर आपके खास है वही गरीब भी आपकी प्रजा है। आप के पास दुबई जाने के लिए टाइम है। आप सप्ताह में दो दिन गुरुग्राम आते है लेकिन आप के पास गरीब बच्चो के घर जाने के लिए टाइम नहीं। गरीब बच्चो ने उस तालाब में नहा कर क्या जुल्म किया ? वे स्विमिंग पूल में तो नहीं जा सकते।
मनोहर लाल जी आप गीता की बात करते हो। कम से कम भगवान कृष्ण के उपदेशो पर खुद भी अमल कर लिए करो।

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