गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।
पवन कुमार बंसल।
मोदी साहिब अपने’ दोस्त ‘अडानी के बचाव में खुल कर आओ।
दोस्त माना है तो साबूत कबूल करो – टुकड़ो की दोस्ती तो दोस्ती नहीं होती।
मोदी जी ,अडानी आपके सुख – दुख के साथी रहे है। अब उन पर चोतरफा हमले हो रहे है तो आप चुप क्यों है ? छपन इंच के सीने वाले मोदी से यह उम्मीद तो नहीं थी। जब सारा विपक्ष एक अकेली जान अडानी के पीछे पड़ा है तो आप चुप हो। आपको तो संसद में शेर की तरह दहाड़ना चाहिए की अडानी सही कह रहा है की उस पर हमला देश की अस्मिता पर हमला है। आप कह दो की अडानी के खिलाफ बोलने वाला देशद्रोही घोषित किया जायेगा।
आप निर्मला सीतारमण से तो बयान दिलवा रहे हो की अडानी को बैंकों ने कर्ज नियम अनुसार दिए है। आप खुल कर अपने दोस्त के बचाव में क्यों नहीं आ रहे यह बात अपन के तो समझ नहीं आ रही?
मोदी जी आप अपने पूर्ववर्ती पी एम चंद्रशेखर से कुछ सीखो। जब उनसे कोल माफिया सूर्यदेव से उनके संबंधों बारे किसी पत्रकार ने पूछा तो उन्होंने कह दिया की हां वो मेरा दोस्त है।
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