गुस्ताखी माफ़ हरियाणा : केम्पा कोला और एस वाई एल।

पवन कुमार बंसल।

गुस्ताखी माफ़ हरियाणा : केम्पा कोला और एस वाई एल।

भला इन दोनों का क्या सम्बन्ध ? एक में तो सो ग्राम पानी और दूसरी यानि नहर बनने से हरियाणा और दक्षिणी हरियाणा का भाग्य खुलना।

नहर बनने से जो पानी मिलेगा वो दक्षिणी हरियाणा का है। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा पंजाब नहर निर्माण में सहयोग नहीं कर रहा। हरियाणा चीफ मिनिस्टर मनोहर लाल कह रहे है की पंजाब के चीफ मिनिस्टर भगवंत मान इस बारे उनके पत्रों का जवाब नहीं दे रहे।

सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब के चीफ मिनिस्टर्स को मिलकर मामला सुलझाने को कहा। अब करीब चार दशक पुराना विवाद बातचीत से कैसे सुलझेगा। नहीं सुलझा तो अदालत में गए।

अरविन्द केजरीवाल और भगवंत मान कह रहे की हमारे पास पानी फालतू नहीं है. मनोहर लाल कह रहे यही की हम नहर बनवा कर रहेंगे। इतना विवाद वाला मामला और फिर केम्पा कोला कहा से आ गया।

चार दशक पहले जींद में अम्बाला पुलिस रेंज के स्पोर्ट्स हो रहे थे। नहरी वजीर शमशेर सिंह सुरजेवाला अध्यक्ष्ता कर रहे थे। मंच पर एक लाइन में यह लेखक जो उन दिनों जींद में इंडियन एक्सप्रेस अख़बार का रिपोर्टर था और विधायक बृजमोहन सिंगला और सूबे सिंह पुनिया बैठे थे। इसी बीच बेरा केम्पा कोला की दो बोतल लाया।

सिंगला साहिब और पुनिया साहिब एक दूसरे को पहले आप लेने की कह रहे थे। इस लेखक को मजाक सुझा और कहा की भाई कोई भी ले लो केम्पा कोला ही है और आ जाएगी कौन सा एस वाई एल का पानी है जो नहीं आएगा।

चालीस साल से तो मैं देख रहा हूँ लेकिन पानी नहीं आया और मुझे उम्मीद भी नहीं की मेरे जीते रहते पानी आएगा; हां इस पर राजनीती होती रहेगी।

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