पवन कुमार बंसल।
गुस्ताखी माफ़ हरियाणा: लेखकों का बहुत सम्मान करते है रोहतक डिप्टी कमिश्नर यशपाल यादव।
रोहतक के डिप्टी कमिश्नर लेखकों का बहुत सम्मान करते है। सोशल मीडिया से भी जुड़े है।
किस्सा उन दिनों का है जब वे गुरुग्राम नगर निगम के कमिशनर थे।
उन दिनों संडे को राहगिरी का प्रोग्राम होता था। एक बार यह प्रोग्राम हमारे सेक्टर छप्पन वाले फ्लैट के नजदीक था और यादव साहिब उसके चीफ गेस्ट थे। मैंने उन्हें संदेश भेजा कि यदि वे मेरे यहाँ चाय पिएंगे तो मुझे अच्छा लगेगा। उनका जवाब आया की मुझे एक लेखक से मिलकर गर्व होगा। वे आये भी और मैंने उन्हें अपनी किताब गुस्ताखी माफ़ हरियाणा दी।
उनकी तरह बहुत से आई ए एस और आई पी एस अफसर, मसलन रेवाड़ी के डिप्टी कमिश्नर अशोक गर्ग, रोहतक के डिप्टी कमिश्नर रहे कैप्टन मनोज , वरिष्ठ आई ए एस जयवीर आर्य और आई जी पुलिस डॉक्टर राजश्री भी सोशल मीडिया से जुड़े है , कुछ समय पहले हरियाणा इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन गुरुग्राम जहा एचसीएस और आईए एस अफसरों को प्रशिक्षण दिया जाता है। मै मेरी किताब हरियाणा के लालो के सबरंगे किस्से का बुक रीडिंग कार्यकर्म था, तो उसमे हरेरा गुरुग्राम के चीफ के के खंडेलवाल, वी उमाशंकर, रिटायर्ड चीफ सेक्रेटरी एम सी गुप्ता, रिटायर्ड कमिश्नर मोहिंदर कुमार, जी प्रसन्ना कुमार, अंतर्राष्ट्रीय कवि दिनेश रघुवंशी और आई जी पुलिस राजश्री सहित काफी लोग आये थे।
दो दशक पहले मैंने अपनी किताब पूर्व चीफ सेक्रेटरी उर्वशी गुलाटी को दी और दो दिन बाद पूछा की कैसी लगी तो उन्होंने कहा कि अभी तो मेरी बहन मिनाक्षी ले गयी है जब वो मुझे वापिस देगी तब मेरा नंबर आएगा। भाई लेखक के लिए तो यही टॉनिक का काम करता है और इसी नशे में वो कलम घसीटता रहता है कई बार परिवार और अपने हेल्थ की उपेक्षा करके भी।
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