गुस्ताखी माफ़ हरियाणा : जब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के क्लर्क ने बिल्डर को मुफ्त में फ्लैट देने की लिए किया मजबूर
गुस्ताखी माफ़ हरियाणा : जब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के क्लर्क ने बिल्डर को मुफ्त में फ्लैट देने की लिए किया मजबूर
पवन कुमार बंसल।
जब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के क्लर्क ने बिल्डर को मुफ्त में फ्लैट देने की लिए मजबूर किया।
किसान के बेटे भूपिंदर सिंह हूडा का दस वर्ष का शासन नेताओं., बिल्डरों, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के अफसरों और यहाँ तक की मझोले दर्जे के कर्मचारियों के लिए स्वर्ण काल था। उनकी दसो उंगलियां देशी घी में थी।
उस दौरान इन महकमों में तैनात रहे अफसरों और कर्मचारियों की सम्पति की जाँच करवायी जाये तो चौकाने वाले खुलासे होंगे। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग महकमे के बॉस टी सी गुप्ता ने तो हेड ऑफिस में कैमरा लगवा दिया था लेकिन बिल्डर कर्मचारियों के घर जाकर मिलने लगे।हूडा सरकार के आधा दर्जन आई ए एस अफसर इन दिनों अदालतों के चक्कर लगा रहे है।
गुरुग्राम के एक बिल्डर के कागज पूरे नहीं थे लेकिन उसे समय रहते अपनी फाइल जमा करवानी थी। सो उसने अधूरी फाइल जमा करवा दी और बाद में कागज पूरे करके नयी फाइल जमा करवा दी। एक शातिर डीलिंग क्लर्क ने दोनों यानी अधूरी और पूरी फाइल की फोटो कॉपी करवा ली।
और बिल्डर को संदेश भेज दिया। बस उस क्लर्क को एक फ्लैट मुफ्त बराबर कीमत पर देकर पिंड छुड़वाया।
मामला गुरुग्राम के उल्लहवास और आस पास के गावों की जमींन बिल्डरो के हवाले करने का है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सी बी आई ने जाँच करके पंचकूला में सी बी आई अदालत में चार्ज शीट दायर कर रखी है। सूत्रों के अनुसार जाँच एजेंसी ने इस कांड के कई मुख्य अभियुक्तों को बचा लिया है।
मामले पर ” गुस्ताखी माफ़ हरियाणा ‘ निगाह रखे हुए है.
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