‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना का आधा बजट मीडिया को विज्ञापन देने में ही खर्च, केंद्र ने दी जानकारी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28जुलाई।‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’योजना के लिए 740.18 करोड़ रुपए आवंटित हुए. ये पैसा खर्च भी हो गया. खर्च किए गए बजट का आधे से अधिक रुपया सिर्फ मीडिया के जरिये विज्ञापन में ही खर्च कर दिया गया. मीडिया पर विज्ञापन के माध्यम से 401 करोड़ खर्च किए गए. लोकसभा में केंद्र सरकार ने ही ये जानकारी दी है.
केंद्र सरकार ने कहा कि 2014-22 के दौरान ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के लिए मीडिया के माध्यम से पैरोकारी करने पर 401 करोड़ खर्च किए गए जो इस योजना पर कुल खर्च का 54 प्रतिशत है. महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी.

इस योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग अनुपात में सुधार करना एवं बेटी के माता-पिता को बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है. स्मृति ईरानी ने कहा कि वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान इस योजना पर 740.18 करोड़ रुपये खर्च हुए तथा इसमें 401.04 करोड़ रुपये मीडिया के माध्यम से की जाने वाली पैरोकारी पर खर्च हुआ जो कुल खर्च का 54 प्रतिशत है.

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को की थी. इस योजना का उद्देश्य शिशु लिंक अनुपात को संतुलित करने और बेटियों को पढ़ाई के लिए सशक्त करने का है.

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