हर घर तिरंगा अभियान: राष्ट्रप्रेम का जन-आंदोलन, 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13 अगस्त: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुआ ‘हर घर तिरंगा’ अभियान आज एक राष्ट्रव्यापी जन-आंदोलन का रूप ले चुका है। यह अभियान न केवल घर-घर में तिरंगा फहराने का प्रतीक है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों को एकता के सूत्र में बांधने और राष्ट्रप्रेम की भावना को और सशक्त करने का प्रेरणास्रोत भी बन गया है।

अमित शाह ने फहराया तिरंगा, दी एकता का संदेश

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बुधवार सुबह नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर तिरंगा फहराया। इस अवसर पर उन्होंने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा,

“आज #HarGharTiranga अभियान के अंतर्गत अपने आवास पर तिरंगा फहराया। मोदी जी के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान देश को एकता के सूत्र में पिरोने और राष्ट्रप्रेम की भावना को और भी प्रबल बनाने वाला जन-अभियान बन गया है। यह अभियान दर्शाता है कि असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने त्याग, तप और समर्पण से जिस आजाद भारत का सपना साकार किया था, उसे विकसित और सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए 140 करोड़ देशवासी संकल्पित हैं।”

देशव्यापी सहभागिता और राष्ट्रभावना का उत्सव

‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत देश के स्वतंत्रता संग्राम की अमर गाथाओं को सम्मान देने और नए भारत के निर्माण में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई थी। पिछले वर्षों में यह अभियान सोशल मीडिया से लेकर गांव-गांव, शहर-शहर तक फैल चुका है। लोग अपने घरों, दफ्तरों, दुकानों और वाहनों पर तिरंगा लहरा रहे हैं।

यह आंदोलन महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन-जन का उत्सव बन गया है। स्कूलों में विशेष कार्यक्रम, तिरंगा यात्राएं, सांस्कृतिक आयोजन और राष्ट्रगान के साथ सामूहिक ध्वजारोहण जैसे कार्यक्रम देश के कोने-कोने में हो रहे हैं।

स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत को जीवित रखने का प्रयास

यह अभियान हमें याद दिलाता है कि भारत की स्वतंत्रता लाखों बलिदानों की देन है। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रानी लक्ष्मीबाई, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और अनगिनत वीरों ने अपने प्राण न्यौछावर कर हमें आज़ादी दिलाई। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान उन बलिदानों को नमन करने और आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा देता है।

नए भारत का संकल्प

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह अभियान ‘अमृत काल’ के लक्ष्यों के अनुरूप है। भारत 2047 तक विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में शामिल होने का संकल्प ले रहा है। एकजुटता, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रप्रेम इस यात्रा की आधारशिला हैं।

अमित शाह के शब्दों में, यह आंदोलन यह संदेश देता है कि हर नागरिक भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाने में अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।

 

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