समग्र समाचार सेवा
अहमदाबाद, 18मई। गुजरात कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल कांग्रेस के राज्य नेतृत्व से असंतोष व्यक्त करते हुए आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि पटेल ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया था। उन्होंने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी।
हार्दिक ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेज दिया। उन्होंने अपने ट्ववीट में हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती भाषा में लिखा हुआ अपना इस्तीफा भी संलग्न किया है। जहां उन्होंने कांग्रेस को सिर्फ विरोध की राजनीति तक सीमित रहने वाली पार्टी बताया।
पटेल ने ट्वीट किया, “आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा।।”
आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा। pic.twitter.com/MG32gjrMiY
— Hardik Patel (@HardikPatel_) May 18, 2022
सूत्रो के मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी राज्य विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की राज्य इकाई में मतभेदों को सुलझाने के लिए नाराज हार्दिक पटेल के पास पहुंचे थे और खुद हार्दिक को संदेश भेजकर पार्टी में बने रहने का अनुरोध किया था। इसके अलावा राहुल ने पार्टी प्रभारी और अन्य नेताओं को हार्दिक पटेल से बात करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए भी कहा।
पटेल ने कहा कि देखकर दुख होता है जब हम जैसे कार्यकर्ता अपनी गाड़ी से खर्च कर दिन में 500-600 किलोमीटर तक की यात्रा करते हैं, जनता के बीच जाते हैं देखते हैं कि गुजरात के बड़े नेता जनता के मुद्दों से दूर इस बात पर ध्यान देते हैं कि दिल्ली से आए हुए नेता को उनका चिकन सैंडविच समय पर मिला या नहीं। हार्दिक ने कहा कि युवाओं के बीच जब भी गया तो लोगों ने मुझसे ये ही कहा कि आप ऐसी पार्टी में क्यों हो जो हर तरह से सिर्फ गुजरातियों का अपमान करती है।
हार्दिक ने अपने पत्र में लिखा कि अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर हो, सीएए एनआरसी का मुद्दा हो, जूम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने का फैसला हो। देश इन मुद्दों का समाधान चाहता था लेकिन कांग्रेस सिर्फ बाधा बनने का काम करती रही. बताते चलें कि इन सभी मुद्दों को लेकर बीजेपी अपनी पीठ थपथपाती रही है।
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