“हरियाणा के किसानों और सैनिकों ने हमेशा देश को गौरवान्वित किया है”:वीपी धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गढ़ी सांपला में सर छोटू राम स्मारक का दौरा किया

समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 9 नवंबर।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार को भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में राज्य की अपनी पहली यात्रा पर हरियाणा पहुंचे।उन्होंने अपने दिन भर के दौरे की शुरुआत रोहतक के गढ़ी सांपला में सर छोटू राम के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर की।

मौके पर बोलते हुए, वीपी धनखड़ ने कहा कि छोटू राम जी की ‘जन्मभूमि’ की यात्रा ने उन्हें “देश और इसके मेहनती किसानों की सेवा में हमेशा प्रेरित किया।”

इसके बाद, उपराष्ट्रपति ने रोहतक में बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में भाग लिया, जिसके दौरान उन्होंने अपने जीवन में मौलिक कर्तव्यों के महत्व पर प्रकाश डाला और युवाओं से राष्ट्र और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों पर जोर देने का आग्रह किया।

वीपी धनखड़ ने छात्रों को सलाह दी कि वे अपने माता-पिता, बड़ों और शिक्षकों से प्यार करें और उनका सम्मान करें। आपको हमेशा देश के हितों को हर चीज से ऊपर रखना चाहिए और नए विचारों और विचारों के प्रति ग्रहणशील होना चाहिए,

उन्होंने दीक्षांत समारोह को प्रत्येक छात्र के लिए एक बहुत ही खास अवसर बताते हुए लोगों की सेवा करने के महत्व को रेखांकित किया।

भारत को अवसरों की भूमि बताते हुए, उन्होंने छात्रों से समाज को वापस देने की भावना के साथ, नए भारत में अवसरों का उपयोग करने में अभिनव बनने का आग्रह किया।

हरियाणा को वीरों की भूमि बताते हुए वीपी धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में राज्य के लोगों का योगदान अतुलनीय है।

उन्होंने कहा, “हरियाणा के किसानों और सैनिकों ने हमेशा देश को गौरवान्वित किया है।” उन्होंने राज्य की खेल संस्कृति और बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय खेलों में इसके योगदान के लिए प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि आज इस स्थान पर आकर उन्हें जितनी खुशी और ऊर्जा मिली है, उसको वे शब्दों में बयान नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों का आशीर्वाद हर हाल में मिलना चाहिए। मुझ जैसे किसान पुत्र को यहां पर आकर जो सम्मान दिया गया है। उसके असली हकदार हमारे बुजुर्ग हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम जैसे महान लोगों ने इतिहास रचा है। चौधरी छोटूराम के विचार देखिए कि उन्होंने सन 1923 में भविष्य की जरूरतों के अनुरूप भाखड़ा बांध का चिंतन किया। मैं चौधरी छोटूराम की जन्मस्थली को नमन करता हूं। हरियाणा की भूमि पावन भूमि है। जहां ऐसे महापुरुषों ने जन्म लिया।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल यशस्वी और ऊर्जावान हैं और 6 अगस्त को निर्वाचित होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें हरियाणा आगमन की शुरुआत इस स्थान से करने को कहा था, जिसके लिए वे उनके आभारी हैं। निर्वाचन के बाद देशभर के किसान आशीर्वाद देने आए। उसी दौरान सांसद बृजेंद्र सिंह ने उन्हें चौधरी छोटूराम की पांच पुस्तकें भेंट की, जो आज उनके पुस्तकालय की सबसे अहम किताबें हैं। इन पुस्तकों से जीवन भर ऊर्जा और दिशा मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम की कमी तो सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भी महसूस की थी।

अगर बदलाव लाना है तो चौधरी छोटूराम की बातों पर अमल करना होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उपराष्ट्रपति का हरियाणा में प्रथम आगमन पर स्वागत किया।

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