समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,12 अप्रैल। देश की रक्षा में एक और वीर जवान ने सर्वोच्च बलिदान दिया। जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में चलाए गए घुसपैठ रोधी अभियान के दौरान सेना के जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) सुबेदार कुलदीप चंद ने अदम्य साहस और नेतृत्व का परिचय देते हुए अपने प्राण मातृभूमि के नाम कर दिए। उनके नेतृत्व में चले इस अभियान में कई आतंकियों को ढेर किया गया।
बीती रात नियंत्रण रेखा (LoC) के पास संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद सेना ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से प्रशिक्षित आतंकियों का एक समूह भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। इस सूचना के आधार पर सेना की एक टीम को इलाके में रवाना किया गया, जिसकी अगुवाई JCO कुलदीप चंद कर रहे थे।
ऑपरेशन के दौरान जब सेना की टुकड़ी आतंकियों के संपर्क में आई, तब भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। JCO कुलदीप चंद ने सामने से नेतृत्व करते हुए अपने साथियों को सुरक्षा पंक्ति में संगठित किया। उन्होंने एक घायल जवान को निकालते हुए आगे बढ़कर आतंकियों के छिपे ठिकाने पर धावा बोला। इस बीच वह गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन फिर भी अपनी टीम को लगातार निर्देश देते रहे।
बाद में उनकी शहादत के बाद आतंकियों का सफाया किया गया और घुसपैठ की कोशिश को पूरी तरह नाकाम कर दिया गया।
जैसे ही यह खबर JCO कुलदीप चंद के पैतृक गांव हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं, लोगों ने अपने वीर सपूत को गर्व के साथ अंतिम विदाई देने की तैयारी शुरू कर दी। गांववालों ने कहा कि कुलदीप चंद बचपन से ही साहसी और देशभक्त थे। सेना में उनका योगदान अनुकरणीय रहा है।
भारतीय सेना की उत्तरी कमान ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “सुबेदार कुलदीप चंद ने जिस वीरता और नेतृत्व का प्रदर्शन किया, वह प्रेरणादायक है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”
रक्षा मंत्री ने भी ट्वीट कर उनके शौर्य को नमन किया और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “देश को ऐसे बहादुर सैनिकों पर गर्व है जो राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाने से पीछे नहीं हटते।”
सुबेदार कुलदीप चंद की शहादत एक बार फिर यह साबित करती है कि भारतीय सेना के जवान हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। उनका यह बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति और कर्तव्यपरायणता की सीख देता रहेगा। देश उनका सदैव ऋणी रहेगा।
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