हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में SEBI चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति पर अडानी ग्रुप से कनेक्शन का दावा, रिपोर्ट फिर से चर्चा में
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12अगस्त। हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर अडानी ग्रुप के साथ संबंध होने का आरोप लगाया है। इस रिपोर्ट के बाद हिंडनबर्ग फिर से चर्चा में आ गया है। माधबी पुरी बुच और उनके पति ने इन आरोपों को पहले ही बेबुनियाद बताया है। इस रिपोर्ट पर अडानी ग्रुप ने भी प्रतिक्रिया दी है।
अडानी समूह का जवाब
अडानी समूह ने अपने सार्वजनिक जवाब में कहा है कि हिंडनबर्ग के नए आरोप तथ्यों और कानून की उपेक्षा करते हैं। इसके साथ ही, इस रिपोर्ट में व्यक्तिगत मुनाफाखोरी को दिखाने के लिए पहले से तय किए गए निष्कर्षों पर पहुंचने की कोशिश की गई है, जिसके लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का चालाकी से इस्तेमाल किया गया है। अडानी समूह ने कहा कि उनकी विदेशी होल्डिंग संरचना पूरी तरह से पारदर्शी है, और सभी संबंधित विवरण कई सार्वजनिक दस्तावेजों में नियमित रूप से दर्ज किए जाते हैं।
अडानी समूह ने यह भी स्पष्ट किया कि अनिल आहूजा, जो 2007-2008 में अडानी पावर में 3i निवेश फंड के नामित निदेशक थे, बाद में 2017 तक अडानी एंटरप्राइजेज के निदेशक रहे। समूह का कहना है कि उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए यह एक सोचा-समझा प्रयास है, जिसमें उल्लेखित व्यक्तियों या मामलों के साथ अडानी समूह का कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है।
हिंडनबर्ग का आरोप
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने बरमुडा और मॉरिशस के फंड में हिस्सेदारी ली, जो कि टैक्स हैवन माने जाते हैं। इन फंडों का उपयोग विनोद अडानी, जो गौतम अडानी के बड़े भाई हैं, द्वारा भी किया गया था।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद यह मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है, और SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के साथ-साथ अडानी ग्रुप की गतिविधियों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
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