डॉ विनोद कुमार शकुचन्द्र
यूँ तो प्यारी है सभी भाषाएं
पर मुझको प्यारी भाषा हिंदी
भावों को नया रूप है देती
सबसे न्यारी भाषा हिंदी
हर शब्द रसीला,हर शब्द सरल है
सहज है हमारी भाषा हिंदी
विश्व में सर्वाधिक बोली जाती
भाषाओं की रानी हमारी भाषा हिंदी
हिन्द से बढ़कर कुछ नहीं
देश की आन हमारी भाषा हिंदी
मन से निकले,मन तक जाए
मन में बसी प्यारी भाषा हिंदी
डॉ विनोद कुमार शकुचन्द्र
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