जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के गेट के बाहर लगाए गए हिंदू सेना के पोस्टर और झंडे, लिखा- भगवा जेएनयू
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15 अप्रैल। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों में है और रामनवमी के दिन नॉनवेज खाने को लेकर हुए विवाद के बाद यूनिवर्सिटी गेट के बाहर हिंदू सेना के पोस्टर लगाए गए हैं, जिस पर भगवा जेएनयू लिखा गया है। इसके अलावा जेएनयू कैंपस के आसपास भगवा झंडे लगाए गए हैं। बता दें कि हाल ही में दो छात्र संगठनों के बीच रामनवमी के दिन नॉनवेज खाने को लेकर कैंपस में हिंसक झड़प हुई थी।
कैंपस के आसपास भी लगाए गए पोस्टर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) कैंपस के आसपास भी पोस्टर लगाए गए हैं, जिन पर भगवा जेएनयू लिखा गया है। ये सभी पोस्टर हिंदू सेना की ओर से लगाए गए हैं।
सरकार ने रामनवमी पर हुई हिंसा की रिपोर्ट मांगी
रामनवमी पर छात्रों के दो समूहों के बीच संघर्ष के मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगी है, वहीं विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने मामले में किसी हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई वाले आयोग से स्वतंत्र न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
लेफ्ट और एबीवीपी के छात्रों में हुई थी झड़प
बता दें कि जेएनयू के कावेरी छात्रावास में रविवार को वामपंथी छात्र संगठन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से संबद्ध दो समूहों के बीच ‘मेस’ में रामनवमी पर कथित तौर पर मांसाहारी भोजन परोसे जाने को लेकर झड़प हो गई थी। पुलिस के अनुसार इस झड़प में 20 स्टूडेंट घायल हो गए थे।
जेएनयू खान-पान की पसंद नहीं थोपता: कुलपति
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री धुलीपुडी पंडित ने विवाद पर कहा था कि विश्वविद्यालय खान-पान की पसंद नहीं थोपता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थी परिसंवाद और चर्चा कर सकते हैं, लेकिन उन्हें हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए। उनका बयान यूनिवर्सिटी के एक हॉस्टल के मेस में नॉन-वेज परोसने को लेकर दो गुटों में कथित रूप से हुई झड़प के बाद आया था। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी किसी भी स्टूडेंट पर किसी तरह के भोजन की पसंद नहीं थोपता है। यह उसका व्यक्तिगत अधिकार एवं मौलिक अधिकार है। हम हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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