समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 अप्रैल। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के 13वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथी के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर गृह मंत्री ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए NIA के अधिकारियों को पुरस्कार भी प्रदान किए। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री अजय कुमार मिश्रा और श्री निशीथ प्रमाणिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक, दिल्ली पुलिस आयुक्त और NIA के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज का दिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी के साथ साथ गृह मंत्रालय के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि NIA आंतरिक सुरक्षा के एक अतिमहत्वपूर्ण क्षेत्र को बड़ी ही मुस्तैदी और दक्षता के साथ संभाल रहा है और उसे आगे बढ़ा रहा है। उन्होने कहा कि एनआईए को ऐसे अपराधों की जांच करनी होती है जहां साक्ष्य और प्रमाण मिलने में दिक्कत होती है लेकिन फिर भी NIA ने दोषसिद्धि की जो उपलब्धि हासिल की है वह देशभर की पुलिस और आतंकवादी विरोधी सभी एजेंसियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और मैं इसके लिए सम्पूर्ण एनआईए परिवार को बहुत बहुत बधाई देता हूँ
अमित शाह ने कहा कि किसी भी संस्था के लिए 13 साल का कालखंड शिशु अवस्था के समान होता है लेकिन देश के गृह मंत्री के नाते मैं यह निश्चित रूप से कह सकता हूँ कि NIA ने बहुत ही अल्प समय में 90 प्रतिशत से अधिक दोषसिद्धि दर के साथ ‘गोल्ड स्टैण्डर्ड’ सेट किये हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का टेरर फ्री भारत और शत प्रतिशत जीरो टोलरेंस अगेंस्ट टेररिज्म का जो लक्ष्य है उसको सिद्ध करने में NIA की बहुत बड़ी भूमिका है। गृह मंत्री ने कहा कि मैं पूरे NIA परिवार को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरैंस की नीति बनाकर आगे बढ़ रही है। इसमें NIA को जो भी सहायता चाहिए भारत सरकार उसके लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि आज हमारा देश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ चुका है और आज दुनियाभर में हर क्षेत्र में इस प्रकार की स्थिति का निर्माण हुआ है कि भारत के बिना विश्व के लक्ष्य पूरे नहीं हो सकते, इसलिए यह बहुत जरूरी है कि भारत की आंतरिक सुरक्षा सुदृद और सुनिश्चित रहे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश के सामने 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य रखा है और इसे हासिल करने के लिए देश कि आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है। श्री शाह ने कहा कि देश आज़ादी के 75 साल मना रहा है और आज़ादी के अमृत महोत्सव में NIA को भी अगले 25 साल के लिए अपने लक्ष्य तय करने चाहिए और उनकी सिद्धि का रोडमैप बना चाहिए। उन्होने कहा कि अगर सफलता से संतोष की निर्मिति होती है तो आलस्य का निर्माण होता है लेकिन अगर सफलता से और आगे जाने की भूख जगती हो तो संस्थाएं और आगे बढ़ती हैं,इसलिए NIA को अपनी इस सफलता को कंसोलिडेट (Consolidate) और इंस्टीट्यूशनलाइज (Institutionalized) करना चाहिए। श्री शाह ने कहा कि एनआईए एक राष्ट्रीय एजेंसी है और जब तक इसका इंस्टीट्यूशनलाइजेशन नहीं होगा,व्यवस्थाएं,इंफॉर्मेशन और इंफॉर्मेशन के उपयोग के तरीके संस्थागत नहीं किए जाएंगे तब तक आगे प्रगति संभव नहीं है। उन्होने कहा कि सफलता केसों के बारे में न सोची जाए बल्कि सफलता को पद्धति में कन्वर्ट करें, सफलता व्यक्तियों की सफलता नहीं बल्कि संस्थागत सफलता होनी चाहिए।
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