‘मैं निश्चित रूप से वरुण से मिल सकता हूं, उन्हें गले लगा सकता हूं, लेकिन उस विचारधारा को नहीं अपना सकता. यह नामुमकिन है’:राहुल गांधी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली ,17 जनवरी।कांग्रेस नेता और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अपनी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर खासे सुर्खियों में हैं. दूसरी तरफ उनके चचेरे भाई वरुण गांधी लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी में रहते हुए पार्टी की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. ऐसे में प्रश्न उठ रहे थे कि क्या वरुण गांधी भी अपने भाई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे. इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया है.

राहुल गांधी ने ऐसे सभी कयासों पर विराम लगाते हुए कहा, ‘वरुण गांधी भाजपा में हैं और अगर वह यहां हमारे साथ चलते हैं तो उन्हें समस्या होगी. मेरी विचारधारा, उनकी विचारधारा से मेल नहीं खाती है. मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दफ्तर नहीं जा सकता. ऐसा करने से पहले मुझे अपना सिर, धड़ से अलग करना होगा. मेरा परिवार की एक विचारधारा है, जबकि वरुण के परिवार की दूसरी विचारधारा है. मैं उनकी विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता.’

राहुल गांधी ने कहा, हो सकता है वरुण गांधी आज भी उस विचारधारा से सहमत हों. उन्होंने उस विचारधारा को सहमति दी और उसे अपनी विचारधारा बनाया. मैं उस विचारधारा को नहीं अपना सकता. केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से वरुण से मिल सकता हूं, उन्हें गले लगा सकता हूं, लेकिन उस विचारधारा को नहीं अपना सकता. यह नामुमकिन है.’

राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि RSS और कांग्रेस के बीच विचारधारा की लड़ाई है. उन्होंने एक अवसर का जिक्र किया, जिसमें वरुण गांधी ने RSS के काम की तारीफ की थी. ज्ञात हो कि भाजपा, RSS की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाला राजनीतिक दल है. राहुल गांधी ने मंगलवार को उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सुरक्षा में चूक की बात को भी सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, सुरक्षा जांच के बात वह व्यक्ति इस यात्रा का हिस्सा था, लेकिन वह ज्यादा ही उत्तेजित हो गया और उसने मुझे गले लगाने की कोशिश की.

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