‘अगर ओबीसी को आरक्षण देना था तो निकाय चुनाव में क्यों नहीं दिया?’ महिला आरक्षण बिल पर सोनिया गांधी को निशिकांत दुबे का जवाब
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,20 सिंतबर। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल 2023 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने जातीय जनगणना और ओबीसी वर्ग की महिलाओं को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा उठाया. सोनिया गांधी ने ये कहा कि कांग्रेस बिल का समर्थन करती है लेकिन सरकार बताए कि ये कब तक लागू होगा.
हमारी मांग है कि ये बिल फौरन लागू हो. झारखंड के गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निशिकांत दुबे ने सोनिया की मांग और वार पर चुन-चुनकर प्रहार किए.
निशिकांत दुबे ने कहा कि अगर ओबीसी को आरक्षण देना था तो निकाय और पंचायत चुनाव में क्यों नहीं दिया. ये देश संविधान से चलता है. संविधान के आर्टिकल 243 डी और टी में कहीं भी ओबीसी की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि आपने पंचायत में महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की. आपने तब उसमें ओबीसी के लिए रिजर्वेशन क्यों नहीं दिया?
निशिकांत दुबे ने संविधान के अनुच्छेद 82 का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें साफ है कि जनगणना होगी और उसके बाद 2026 तक परिसीमन होगा. हम कैसे फौरन लागू कर दें. उन्होंने कहा कि क्या आप ये चहती हैं कि ये सुप्रीम कोर्ट खारिज कर दे और महिलाओं को आरक्षण न मिल पाए. निशिकांत ने क्रेडिट वार को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि जो जीता वही सिकंदर. यहां पश्चिम बंगाल के लोग बैठे हैं, जो गोल मारता है क्रेडिट उसी को जाती है और यहां प्रधानमंत्री जी गोल मारने को तैयार बैठे हैं. निशिकांत ने विपक्षी गठबंधन पर भी तंज किया और उसे घमंडिया बताते हुए महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश किए जाते समय की घटना का जिक्र कर भी सोनिया गांधी पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि हम बिल लेकर आए तो कांग्रेस को दिक्कत हो रही है. कांग्रेस ने रिजर्वेशन बिल का लालीपॉप बनाए रखा.
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