IMA ने सीएम धामी को लिखा पत्र- कांवड़ यात्रा को अनुमित ना देने का किया अनुरोध

समग्र समाचार सेवा
उत्तराखंड, 13जुलाई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), उत्तराखंड ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कोरोना महामारी के तीसरी लहर को आने से रोकने के लिए एक पत्र लिखा है। इस पत्र में आईएमए ने सीएम धामी से अनुरोध किया है कि वो कोविड की तीसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए कांवड़ यात्रा की अनुमति ना दें। पत्र में कहा गया कि सीएम कांवड़ यात्रा के प्रस्ताव को स्वीकार ना करें. आईएमए उत्तराखंड के स्टेट सचिव डॉक्टर अजय खन्ना ने सीएम को ये पत्र लिखा।

उन्होंने कहा, ‘पहली लहर के बाद हम सतर्क नहीं हुए और महामारी के लिए निर्धारित केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया ये हमारी बड़ी लापरवाही थी और इसके परिणाम में दूसरी कोरोना की दूसरी लहर आई। इसमें हमने अपनों को खो दिया।’ डॉक्टर खन्ना ने आगे कहा कि पिछली नाकामियों से सीखते हुए हमें भक्तों को अपने राज्य की सीमाओं में प्रवेश की अनुमति नहीं देनी चाहिए और राज्य को तीसरे लहर के खतरे सुरक्षित रखना चाहिए।

मालूम हो कि पिछले दिनों दिल्ली में प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने वाले सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि बात आस्था की है मगर लोगों की जिंदगी भी दांव पर है. उन्होंने कहा कि भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा अगर लोग कांवड़ यात्रा के कारण कोविड-19 से अपनी जान गंवाते हैं। सीएम धामी ने कहा कि हालांकि कांवड़ यात्रा से जुड़े किसी निर्णय पर आगे बढ़ने से पहले यूपी, हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों से परामर्श के बाद लिया जाएगा।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड व बिहार से संवाद स्थापित कर कांवड़ यात्रा को पूरा किया जाए। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से पालन किया जाए।
इसके साथ ही सीएम योगी ने सभी शिव मंदिरों, शिवालयों, देव मंदिरों और यात्रा मार्गो की साफ सफाई को लेकर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं. मंदिर परिसरों में सफाई के साथ-साथ प्रकाश का भी पूरा इंतजाम करने के निर्देश दिए गए है ताकि कांवड़ियों को जलाभिषेक करने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ियों को कोई दिक्कत ना हो इसका खास ख्याल रखा जाए. सड़कों पर झूलते हुए बिजली के तार ना मिलें, ताकि किसी भी तरीके का कोई हादसा न हो।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 25 जुलाई से परंपरागत कांवड़ यात्रा प्रारंभ हो रही हैं, श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उत्तराखंड और बिहार आदि राज्यों में जलाभिषेक के लिए जाती है. कोविड प्रोटोकॉल को दृष्टिगत रखते हुए संबंधित राज्यों से संवाद कर यात्रा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।

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