मन की बात में पीएम मोदी ने जनता से की अपील, 2 अगस्त से 15 अगस्त तक अपनी सोशल प्रोफाइल में लगाएं तिरंगा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आकाशवाणी के अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 91वें एपिसोड में देशवासियों से संवाद करते हुए लोगों से अपने सोशल प्रोफाइल और घर के बाहर तिरंगा लगाने की अपील की. उन्होंने कहा कि आप चाहें तो 2 से 15 अगस्त तक अपनी सोशल प्रोफाइल पर तिरंगे को लगा सकते हैं इसके अलावा 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराकर इस ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का हिस्सा बनने की अपील की. अपने कार्यक्रम में उन्होंने कोरोना महामारी से लेकर आजादी के अमृत महोत्सव तक कई विषयों पर चर्चा की. उन्होंने शहद उत्पादकों और खेल की दुनिया से जुड़े लोगों की सफलताओं की कहानियां भी सुनाई, साथ ही देश की अलग-अलग संस्कृति और उससे जुड़े मेलों का भी जिक्र किया. इस मौके पर उन्होंने 10वीं और 12वीं पास करने वाले छात्रों से लेकर कॉमनवेल्थ गेमों में खेलने गए युवाओं को शुभकामनाएं दी. इसके अलावा भी उन्होंने कई विषयों पर बात की.
बताते चलें कि पीएम मोदी ने साल 2014 में सत्ता में आने के बाद इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इस कार्यक्रम के जरिए पीएम विभिन्न मुद्दों पर बात करते हैं. आमतौर पर ये कार्यक्रम महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है. मन की बात का पहला एपिसोड साल 2014 के अक्टूबर महीने में प्रसारित हुआ था और आज इसका 91वां एपिसोड था.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने आजादी के 75 साल पर, देश की यात्रा के साथ, अपनी चर्चा शुरू की थी. अगली बार, जब हम मिलेंगे तब हमारे अगले 25 साल की यात्रा भी शुरू हो चुकी होगी. उन्होंने कहा कि अपने घर और अपनों के घर पर, हमारा प्यारा तिरंगा फहरे, इसके लिए हम सबको जुटना है. उन्होंने कहा कि आपने इस बार, स्वतंत्रता दिवस को कैसे मनाया, क्या कुछ खास किया, ये भी, मुझसे, जरुर साझा करिएगा. पीएम मोदी ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा कि अगली बार, हम, अपने इस अमृतपर्व के अलग-अलग रंगों पर फिर से बात करेंगे. तब तक के लिए मुझे आज्ञा दीजिए.

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही देशभर में 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणाम भी घोषित हुए हैं. मैं उन सभी Students को बधाई देता हूं जिन्होंने अपने कठिन परिश्रम और लगन से सफलता अर्जित की है. महामारी के चलते, पिछले दो साल, बेहद चुनौतीपूर्ण रहे हैं. इन परिस्थितियों में भी हमारे युवाओं ने जिस साहस और संयम का परिचय दिया, वह अत्यंत सराहनीय है. मैं, सभी के सुनहरे भविष्य की कामना करता हूं.

उन्होंने कहा कि चेन्नई में 44वें Chess Olympiad की मेजबानी करना भी भारत के लिए बड़े ही सम्मान की बात है। 28 जुलाई को ही इस टूर्नामेंट का शुभारंभ हुआ है और मुझे इसकी उद्घाटन समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिला. उन्होंने कहा कि उसी दिन UK में राष्ट्रमंडल खेल की भी शुरुआत हुई. युवा जोश से भरा भारतीय दल वहाँ देश को प्रस्तुत कर रहा है. मैं सभी खिलाड़ियों और Athletes को देशवासियों की ओर से शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की भी खुशी है कि भारत FIFA Under 17 Women’s World Cup उसकी भी मेजबानी करने जा रहा है. यह Tournament अक्तूबर के आस-पास होगा, जो खेलों के प्रति देश की बेटियों का उत्साह बढ़ाएगा.

उन्होंने कहा कि आपको ध्यान होगा मन की बात के एक Episode में मैंने कहा था कि भारत के पास Toys Exports में Powerhouse बनने की पूरी क्षमता है. मैंने Sports और Games में भारत की समृद्ध विरासत की खासतौर पर चर्चा की थी. उन्होंने बताया कि मैं आज आपके साथ भारतीय खिलौनों की सफलता को शेयर करना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि हमारे Youngsters, Start-ups और Entrepreneurs के बूते हमारी Toy Industry ने जो कर दिखाया है, जो सफलताएं हासिल की हैं, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब भारतीय खिलौनों की बात होती है, तो हर तरफ, Vocal for Local की ही गूंज सुनाई दे रही है. आपको ये जानकर भी अच्छा लगेगा, कि भारत में अब, विदेश से आने वाले खिलौनों की संख्या, लगातार कम हो रही है.

पीएम मोदी ने बताया कि पहले जहां 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के खिलौने बाहर से आते थे, वहीं अब इनका आयात 70 प्रतिशत तक घट गया है. पीएम के अनुसार भारत ने इस सल 2600करोड़ रुपए से अधिक के खिलौनों को विदेशों में निर्यात किया है, जबकि पहले 300-400 करोड़ रुपए के खिलौने ही भारत से बाहर जाते थे और आप तो जानते ही हैं कि ये सब कोरोना काल में हुआ है.

पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के मारीदम्मा से लेकर मध्य प्रदेश के भगेरिया मेले का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह से मेलों की तस्वीर के जरिए इनाम जीता जा सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि ‘मेले’, अपने आप में, हमारे समाज, जीवन की ऊर्जा का बहुत बड़ा स्त्रोत होते हैं | आपके आस-पास भी ऐसे ही कई मेले होते होंगे. आधुनिक समय में समाज की ये पुरानी कड़ियाँ ‘एक भारत–श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करने के लिए बहुत ज़रूरी हैं. पीएम मोदी ने बताया कि अगले कुछ दिनों में Culture Ministry एक competition भी शुरू करने जा रही है, जहां मेलों की सबसे अच्छी तस्वीरें भेजने वालों को इनाम भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि देर नहीं कीजिए, मेलों में घूमियें, उनकी तस्वीरें साझा करिए, और हो सकता है आपको इसका ईनाम भी मिल जाए.

 

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