भारत के कुछ राज्यों में हिंदू अब बहुसंख्यक नहीं, कई राज्यों में अल्पसंख्यक बनने की ओर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 मार्च।
भारत विविध संस्कृतियों और धर्मों का संगम है, लेकिन जनसंख्या के बदलते रुझान एक नया परिदृश्य पेश कर रहे हैं। हाल के वर्षों में जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि देश के कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हिंदू अब बहुसंख्यक नहीं रहे। 2001-2011 के आंकड़ों के अनुसार, कई राज्यों में हिंदू आबादी 50% से नीचे आ चुकी थी, और अब 2025 में यह अनुपात और कम होने की संभावना है।

विभिन्न जनगणना और अध्ययनों के अनुसार, देश के नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हिंदू आबादी अल्पसंख्यक हो गई है:

  1. लक्षद्वीप – 2.5%

  2. मिज़ोरम – 2.75%

  3. नागालैंड – 8.75%

  4. मेघालय – 11.53%

  5. जम्मू और कश्मीर – 28.44%

  6. अरुणाचल प्रदेश – 29.0%

  7. मणिपुर – 41.39%

  8. पंजाब – 38.4%

  9. लद्दाख – 12.1%

विशेषज्ञों का मानना है कि हिंदू जनसंख्या में गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं:

  • धार्मिक रूपांतरण: कई राज्यों में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हुए हैं, जिससे हिंदू जनसंख्या में गिरावट देखी गई है।

  • प्राकृतिक जनसंख्या वृद्धि दर: कुछ समुदायों में जन्म दर हिंदुओं की तुलना में अधिक रही है, जिससे उनका अनुपात बढ़ा है।

  • प्रवास और पलायन: कई राज्यों में हिंदू समुदायों का अन्य राज्यों या देशों की ओर पलायन हुआ है, जिससे उनकी स्थानीय जनसंख्या घटी है।

2001-2011 के जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार, इन राज्यों में हिंदू आबादी पहले ही 50% से नीचे आ चुकी थी। अब 2025 में जनसंख्या संरचना में और बदलाव की संभावना है, जिससे इन राज्यों में हिंदू समुदाय और अधिक अल्पसंख्यक हो सकता है।

हिंदू समुदाय के अल्पसंख्यक बनने के इस रुझान का राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव भी देखा जा सकता है। इससे संबंधित राज्यों में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं, और अल्पसंख्यक अधिकारों, सांस्कृतिक संरक्षण और धार्मिक नीतियों पर भी नई बहस शुरू हो सकती है।

जनसंख्या के इस बदलाव को लेकर नीति-निर्माताओं को गहन विचार-विमर्श की जरूरत है। धार्मिक स्वतंत्रता को बनाए रखते हुए, सामाजिक संतुलन को बनाए रखने और सांस्कृतिक विविधता को संरक्षित करने के प्रयास किए जाने चाहिए।

2021 की जनगणना कोविड-19 महामारी के कारण टल गई थी, लेकिन जब भी नई जनगणना के आंकड़े सामने आएंगे, वे इस जनसंख्या परिवर्तन को लेकर और स्पष्ट तस्वीर पेश कर सकते हैं। सवाल यह है कि क्या इन राज्यों में हिंदू जनसंख्या में और गिरावट आई है? यह जानने के लिए अब सभी की नजरें आने वाली जनगणना रिपोर्ट पर टिकी हैं।

Comments are closed.