समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 01 अगस्त: स्वतंत्र भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के लिए तैयारियों का बिगुल बज चुका है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया है कि वे 15 अगस्त को लाल किले से दिए जाने वाले उनके भाषण के लिए अपने विचार और सुझाव साझा करें।
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में यह संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा:
“जैसे-जैसे हम इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस के निकट पहुँच रहे हैं, मैं अपने साथी भारतीयों के विचार सुनने के लिए उत्सुक हूँ!
As we approach this year's Independence Day, I look forward to hearing from my fellow Indians!
What themes or ideas would you like to see reflected in this year’s Independence Day speech?
Share your thoughts on the Open Forums on MyGov and the NaMo App……
— Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2025
आप इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस भाषण में किन विषयों या विचारों को प्रतिबिंबित होते देखना चाहेंगे?
MyGov और NaMo ऐप के ओपन फ़ोरम पर अपने विचार साझा करें…”
प्रधानमंत्री का यह सार्वजनिक आह्वान न सिर्फ लोकतंत्र को मजबूती देने का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत सरकार आम नागरिकों की भागीदारी को कितनी अहमियत देती है।
जनता की भागीदारी से लोकतंत्र और मजबूत
हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस का संबोधन राष्ट्रीय दिशा और नीतियों का संकेत होता है। ऐसे में नागरिकों से विचार मांगना इस बात का संकेत है कि सरकार जमीनी मुद्दों को समझना और उन्हें संबोधित करना चाहती है।
MyGov और NaMo ऐप दो ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म हैं जो आम जनता और सरकार के बीच पुल का कार्य करते हैं। नागरिक इन मंचों पर आसानी से अपने विचार, सुझाव और चिंताएं साझा कर सकते हैं।
कैसे साझा करें अपने विचार?
- MyGov वेबसाइट पर जाकर ओपन फ़ोरम में अपने सुझाव लिखें।
- NaMo ऐप डाउनलोड करके “15 अगस्त सुझाव” अनुभाग में अपने विचार साझा करें।
इन दोनों माध्यमों से नागरिक सीधे प्रधानमंत्री के पास अपने सुझाव पहुंचा सकते हैं।
जनता की आवाज़, सरकार की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी पहले भी ऐसे सार्वजनिक संवाद के माध्यम से कई महत्वपूर्ण योजनाओं और नीतियों में आम लोगों के विचार शामिल कर चुके हैं—चाहे वह मन की बात हो या बजट सुझाव। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को न सिर्फ समावेशी बनाता है बल्कि विश्वास को भी मजबूत करता है।
2025 का स्वतंत्रता दिवस केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भागीदारी का उत्सव बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री का यह आह्वान हर भारतीय को अपने विचार रखने का अवसर देता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी सोच लाल किले से गूंजे, तो आगे बढ़ें और MyGov या NaMo ऐप पर अपनी बात रखें।
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