शहतूत डैम पर भारत-अफगान के बीच हुआ समझौता, विदेश मंत्रियों ने MoU पर किए हस्ताक्षर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9फरवरी।
अफगानिस्तान और भारत के बीच आज यानि मंगलवार को आयोजित वर्चुअल समिट में एक अहम समझौता हुआ। जिसके तहत भारत काबुल की नदी पर शहतूत बांध का निर्माण करेगा जिसके जरिए वहां के लोगों को आसानी से स्वच्छ पेयजल के साथ सिंचाई के लिए आसानी से पानी मिल सकेगा। इसके लिए भारत-अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों ने MoU पर हस्ताक्षर कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमें इस बात की खुशी है कि शहतूत डैम के निर्माण से काबुल के लोगों को पेय जल और सिंचाई के लिए पानी की सुविधा मुहैया होगी।’ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी ने भी इस समझौते पर प्रसन्नता जाहिर की उन्होंने कहा, ‘ इस शहतूत रिजरवॉयर के साथ हम प्राकृतिक सुंदरता को बहाल करने के हमारे लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे। मैं प्रधानमंत्री मोदी को वैक्सीन के साथ जल के इस उपहार के लिए शुक्रिया अदा करता हूं।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आज वर्चुअल समिट में हिस्सा लिया और बातचीत की। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के अलावा इस वर्चुअल बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अफगानी समकक्ष मोहम्मद हनीफ अतमर भी मौजूद रहे।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने भारत से दिए जाने वाले कोविड-19 वैक्सीन के लिए आभार प्रकट किया और इसे अनमोल तोहफा बताया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज हम भारत और अफगानिस्तान दोस्ती की लंबी राह में एक और मील का पत्थर रखने जा रहे हैं। भारत और अफगानिस्तान सिर्फ जियोग्राफी से ही नहीं बल्कि हमारे इतिहास और हमारे संस्कृति भी आपस में जुड़े रहे हैं और एक दूसरे को प्रभावित करते रहे हैं।’

 

 

Comments are closed.