समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 जनवरी।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने के लिए रविवार को मोल्डो में भारत और चीन ने नौंवे दौर की कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता की जो देर रात ढाई बजे तक चली। इसमें भारत का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टनेंट जनरल पीजीके मेनन ने किया और चीन की तरफ से तिब्बत क्षेत्र के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन शामिल हुए। लगभग 15 घंटे तक चली इस वार्ता में से पहले वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत को भी आक्रामक होना आता है।
जानकारी के मुताबिक नौवें दौर की बैठक में बातचीत का मुख्य उद्देश्य पिछली बैठक में बनी सहमतियों पर आगे बढ़ना था। गोगरा-हॉट्सप्रिंग क्षेत्रों में मौजूद तनाव बिंदुओं पर यथास्थिति बहाल की जाए। इससे पहले भारत और चीन के बीच छह नवंबर को आठवें दौर की वार्ता हुई थी।
बता दें कि पिछले नौ महीनों से दोनों देशों के बीच सीमा विवाद जारी है। पूर्वी लद्दाख में दोनों तरफ से सेना और हथियारों की भारी तैनाती की गई है। भारत ने चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए सीमा पर आर्टिलरी गन, टैंक, हथियारबंद वाहन तैनात कर रखे हैं।
Comments are closed.