भारत फार्मास्यूटिकल्स जैसे सेक्टरों में आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन की दिशा में योगदान दे सकता है- पीयूष गोयल

पीयूष गोयल ने समृद्धि के लिए भारत- प्रशांत आर्थिक संरचना ( आईपीईएफ ) के लिए आर्थिक लाभों पर वर्चुअल मंत्रालयी बैठक में भाग लिया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21दिसंबर। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी वाणिज्य मंत्री गिना रैमोंडो तथा आईपीईएफ के अन्य साझीदार देशों के साथ समृद्धि के लिए भारत- प्रशांत आर्थिक संरचना ( आईपीईएफ ) के लिए आर्थिक लाभों पर वर्चुअल मंत्रालयी बैठक में भाग लिया।

गोयल ने सही दिशा में पहल करने के लिए साझीदार देशों की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आईपीईएफ क्षेत्र में व्यापार तथा निवेश को बढ़ाने के माध्यम से समावेशी विकास को बढ़ावा देगा।

गोयल ने सभी साझीदार देशों को आईपीईएफ के स्तंभ 2-4 के लिए अगले विशेष वार्ता दौर के लिए आमंत्रित किया जिसकी मेजबानी 8-11 फरवरी, 2023 को भारत द्वारा किया जाएगा।

उन्होंने सदस्यों से अपनी ऊर्जा प्रदायगियों से संबधित व्यापार पर टैरिफ को उदार बनाने ( अर्ली हार्वेस्ट ) पर फोकस करने को कहा जिससे सभी सदस्यों को लाभ प्राप्त हो सकता है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में आयोजित हाल के वार्ता दौर में स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए सदस्यों के बीच एक सर्वसहमति बनती प्रतीत हुई।

गोयल ने इस पहल से अपेक्षित क्षमता निर्माण, विशेषज्ञता एवं सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों को साझा करने सहित तकनीकी सहायता, निवेश, नवोन्मेषी परियोजनाओं आदि जैसे कुछ समान ठोस लाभों पर अपने विचार व्यक्त किए।

गोयल ने आईपीईएफ के तहत भारत की कुछ विशिष्ट अपेक्षाओं को भी आईपीईएफ के साझीदार देशों के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि भारत फार्मास्यूटिकल्स जैसे सेक्टरों में आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन की दिशा में योगदान दे सकता है और उन्होंने नवोन्मेषी परियोजनाओं जिन्हें अन्य विकासशील देशों में आईपीईएफ से आगे जाकर बढ़ावा दिया जा सकता है, सहित सेमीकंडक्टरों, महत्वपूर्ण खनिज अवयवों तथा स्वच्छ प्रौद्योगिकीयों में सदस्यों से सहायता आमंत्रित की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विवेकपूर्ण लागतों पर जलवायु कार्रवाई के लिए वित्तीय संसाधनों को जुटाने जैसे कुछ विचारों पर भारत द्वारा प्रस्तुत गैर-पेपर के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने आतंकी वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए उपायों की आवश्यकता पर भी सदस्य देशों का ध्यान आकर्षित किया।

इसके अतिरिक्त गोयल ने हाल ही आयोजित ब्रिस्बेन बैठक में सहमत वार्ता कार्यक्रम को भी अपना पूरा समर्थन देने की इच्छा जताई।

सचिव रैमोंडो ने आईपीईएफ के स्तंभ 2-4 के लिए विशेष वार्ता दौर की मेजबानी करने के भारत के प्रस्ताव का स्वागत किया और भरोसा दिलाया कि अमेरिका की आईपीईएफ टीम इस संबंध में भारत के साथ घनिष्ठतापूर्वक काम करती रहेगी।

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