समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7 अगस्त: ऑपरेशन सिन्धूर के बाद भारत की विदेश नीति ने नई दिशा ली है। पुराने मित्रों का रुतबा बदल गया, कुछ के रैंक गिर गए, और नए नाम उभरकर सामने आए हैं। इस बदलाव की मुख्य भूमिका सौंपी है रूस को, जबकि अमेरिका की प्राथमिकता में गिरावट दिक्कतों की शुरुआत बनी और चीन की स्थिति सावधानी के साथ बनी हुई है।
अमेरिका की गिरती प्राथमिकता
पहले जैसे ही अमेरिका भारत का शीर्ष रणनीतिक मित्र था, अब उसकी स्थिति प्रतिस्पर्धा के दूसरे पायदान पर आ गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की व्यवहारिक नीतियों और बयानबाजी ने भारत-यूएस रिश्तों में दूरी बढ़ा दी है। अमेरिका पर भरोसा ठोस बचाव के बिना हिलता दिखा और भारत ने अपने ध्यान को मजबूत रिश्तों की ओर मोड़ना शुरू कर दिया।
रूस के साथ प्रामाणिक जुड़ाव
अपनी सशस्त्र क्षमताओं और सामरिक समर्थन के चलते रूस भारत का अविच्छेद्य मित्र बना हुआ है। ऑपरेशन सिन्धूर में रूसी हथियार—विशेष रूप से S‑400 एयर डिफेंस सिस्टम—ने भारतीय सेना को ताकतवर बनाया। इससे रूस की प्राथमिकता और मजबूती से स्थापित हुई है।
चीन: प्रगति, लेकिन सतर्क विश्वास
चीन के साथ हालिया सुधार संकेतकों ने रिश्तों को हल्का ऊँचा किया है। भारत ने चीनी संबंधों में सुधार की दिशा में कदम उठाए हैं, लेकिन चीन पर पूरी तरह भरोसा टालमटोल और सतर्कता की वजह से बना हुआ है। यह युग बदलाव का है लेकिन भरोसे की कमी साफ झलकती है।
नया मैप—नया संतुलन
ऑपरेशन सिन्धूर को सफल बनाने के बाद भारत ने मित्र देशों की सूची फिर से तय की है—रूस शीर्ष पर, फिलहाल भरोसे के लिए अमेरिका नीचे, जबकि चीन मध्यरेखा पर अभी भी संशय के घेरे में।
नए समीकरण में भारत की विदेश नीति आत्मनिर्भरता, रणनीतिक प्रचंडता और भरोसामंद साझेदारी की तरफ झुकती दिखती है। रूस की क्षमताएं संगीन हैं, अमेरिका पर भरोसा अब संतुलन पर खड़ा है, और चीन पोस्टर की जगह सतर्क रिश्तों के केंद्र में है।
अपनी रणनीति, अपनी प्राथमिकता
भारत ने स्पष्ट किया है कि अब वह अपने मित्र देशों को उसी नजर से देखता है जो भारतीय राष्ट्रीय हित के अनुकूल हों। अमेरिका धीमी पटरी पर उतर चुका है, रूस सुरक्षा में प्रमुख दोस्त बना है, और चीन की भूमिका अभी भी अनुमान के घेरे में है।
जब भारत अपनी रणनीतिक स्वातंत्र्य को प्राथमिकता देता है, तो दोस्ती की परिभाषा बदल जाती है। दोस्त वही हैं, जो संकट में साथ खड़े रहते हैं—और यह संदेश स्पष्ट रूप से रेखांकित हुआ है।
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