सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए चीन को भारत ने दी कड़ी चेतावनी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 सितंबर। सीमा विवाद को लेकर भारत ने एक बार फिर चीन को कड़ी चेतावनी दी है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि हमने चीनी पक्ष को स्पष्ट कर दिया है कि हमारे संबंधों के विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारत-चीन रिश्ते तीन चीजों पर आधारित हैं- आपसी सम्मान, एक-दूसरे के लिए संवेदनशीलता और आपसी हित।

पड़ोस के देशों में हालात के मुद्दे पर श्रृंगला ने कहा कि अफगानिस्तान और पूर्वी सीमा पर चीन हमें याद दिलाते हैं कि नई वास्तविकताएं सामने आ रही हैं और परंपरागत चुनौतियां पहले की तरह ही बनी हुई हैं।
वहीं, श्रृंगला ने जानकारी दी कि पहली क्वाड बैठक के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के आमंत्रण पर भारत इसमें हिस्सा लेगा। क्वाड फ्रेमवर्क के तहत सहयोग का एजेंडा रचनात्मक और विविध होगा।

उन्होंने कहा कि क्वाड के चारों देश इंफ्रास्क्ट्रचर कनेक्टिविटी, उभरती तकनीक, जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई, शिक्षा और सबसे अहम कोविड-19 स्थिति को लेकर काम कर रहे हैं। खास तौर पर वैक्सीन आपूर्ति को लेकर आपसी सहयोग से काम हो रहा है।

उन्होंने इस तथ्य को बताया कि आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक लचीला और विश्वसनीय बनाने के लिए उन्हें पुन: कॉन्फ़िगर और विविधतापूर्ण बनाने की आवश्यकता हमें एक साथ काम करने का अवसर प्रदान करती है। हम कई पहलों में शामिल हैं, QUAD के ढांचे के भीतर और QUAD राष्ट्रों के साथ व्यक्तिगत रूप से आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन पर।

Comments are closed.